हिजाब विवाद: कर्नाटक सरकार ने प्रिंसिपल का पुरस्कार रोका

बेंगलुरु, 5 सितंबर - हिजाब पहनकर कॉलेज आने वाली छात्राओं को धूप में खड़ा रखने के विवाद के मद्देनजर, कर्नाटक सरकार ने इस अवसर पर उडुपी जिले के कुंडापुर सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज के प्रिंसिपल को गुरुवार को 'शिक्षक दिवस' के मौके पर दिया जाने वाला 'सर्वश्रेष्ठ प्रिंसिपल' पुरस्कार आखिरी मौके पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है. राज्य के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा कि प्रिंसिपल बीजी रामकृष्ण ने छात्राओं के साथ जिस तरह का व्यवहार किया, वह अपने आप में एक मुद्दा है.

बेंगलुरु, 5 सितंबर - हिजाब पहनकर कॉलेज आने वाली छात्राओं को धूप में खड़ा रखने के विवाद के मद्देनजर, कर्नाटक सरकार ने इस अवसर पर उडुपी जिले के कुंडापुर सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज के प्रिंसिपल को गुरुवार को 'शिक्षक दिवस' के मौके पर दिया जाने वाला 'सर्वश्रेष्ठ प्रिंसिपल' पुरस्कार आखिरी मौके पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है. राज्य के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा कि प्रिंसिपल बीजी रामकृष्ण ने छात्राओं के साथ जिस तरह का व्यवहार किया, वह अपने आप में एक मुद्दा है.
गौरतलब है कि 2021 में कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया था. इस बीच प्रिंसिपल रामकृष्ण पर हिजाब पहनकर कॉलेज आने वाली छात्राओं को धूप में खड़ा रखने का आरोप है.
इस विवाद के कारण सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ चल रहे जोरदार अभियान को देखते हुए सरकार ने उन्हें दिया जाने वाला पुरस्कार अगले आदेश तक रोक दिया है. रामकृष्ण को यह पुरस्कार देने की घोषणा का विभिन्न राजनीतिक दलों और अन्य संगठनों तथा लोगों ने कड़ा विरोध किया था।
गुरुवार को बेंगलुरु में विधान सभा परिसर में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए, बंगारप्पा ने कहा कि हालांकि प्रिंसिपल सरकारी आदेशों का पालन कर रहे थे, "जिस तरह से उन्होंने बच्चों के साथ व्यवहार किया वह अपने आप में एक मुद्दा है।"