चलाग (टांडा उरमुर) टोल प्लाजा कर रहा है, लेखकों और पत्रकरों का अपमान।

मुकेरियां:-जालंधर से पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित "छलाग टोल प्लाजा" आए दिन लेखकों और पत्रकारों का अपमान करता है। प्रेस आई कार्ड हो या पंजाब प्रेस क्लब, यहां के कर्मचारी इसे मजाक समझते हैं और उनका कीमती समय बर्बाद करते हैं।

मुकेरियां:-जालंधर से पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित "छलाग टोल प्लाजा" आए दिन लेखकों और पत्रकारों का अपमान करता है। प्रेस आई कार्ड हो या पंजाब प्रेस क्लब, यहां के कर्मचारी इसे मजाक समझते हैं और उनका कीमती समय बर्बाद करते हैं। यहां बता दें कि पंजाब सरकार ने वर्ष 1917 में एक अधिसूचना जारी कर लेखकों और पत्रकारों को पंजाब के सभी टोलों से छूट दे दी थी. "पैगाम-ए-जग़त" के पत्रकार डॉ. रणजीत सिंह मुकेरियां ने उन्हें पंजाब सरकार की उपरोक्त अधिसूचना की एक प्रति दिखाई। तो उन्होंने इसका भी मजाक उड़ाया. पत्रकार समुदाय और सभी पंजाबी लेखकों की ओर से हम पंजाब सरकार से अनुरोध करते हैं कि इस टोल प्लाजा पर कवियों, लेखकों और पत्रकारों की गरिमा बहाल की जाए और उन्हें भविष्य में ऐसा न करने की सलाह दी जाए।