नोरा रिचर्ड थियेटर फेस्टिवल के दूसरे दिन 'कर लाऊ घियो नू भांडा' नाटक का मंचन

पटियाला, 4 दिसंबर- सार्थक रंगमंच और समाज कल्याण सोसायटी, पटियाला द्वारा युवा कल्याण विभाग और पंजाब संगीत अकादमी चंडीगढ़ के सहयोग से आयोजित किए जा रहे 10वें नोरा रिचर्ड थियेटर फेस्टिवल के दूसरे दिन सार्थक रंगमंच ने जयवर्धन के हिंदी नाटक 'है हैंडसम' का पंजाबी रूपांतर 'कर लाऊ घियो नू भांडा' का मंचन किया। इस नाटक का पंजाबी रूपांतर और निर्देशन डॉ. लाखा लाहिड़ी ने किया।

पटियाला, 4 दिसंबर- सार्थक रंगमंच और समाज कल्याण सोसायटी, पटियाला द्वारा युवा कल्याण विभाग और पंजाब संगीत अकादमी चंडीगढ़ के सहयोग से आयोजित किए जा रहे 10वें नोरा रिचर्ड थियेटर फेस्टिवल के दूसरे दिन सार्थक रंगमंच ने जयवर्धन के हिंदी नाटक 'है हैंडसम' का पंजाबी रूपांतर 'कर लाऊ घियो नू भांडा' का मंचन किया। इस नाटक का पंजाबी रूपांतर और निर्देशन डॉ. लाखा लाहिड़ी ने किया। 
यह नाटक 'सिचुएशनल कॉमेडी' था, जिसमें मौजूदा दौर के गंभीर मुद्दों को हल्के-फुल्के अंदाज में पेश किया गया। नई पीढ़ी अपने कैरियर को बनाने की चाह में मानवीय मूल्यों को भूलकर अपने माता-पिता की उपेक्षा कर खुद को अकेलेपन की आग में झोंक देती है, आधुनिक पत्नी के सामने दब्बू व गुलाम जैसे पति का बड़बड़ाना, नौकर का अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना व अपना रवैया दिखाना, तथा बुजुर्गों का अपने अकेलेपन को समाप्त करने के लिए साथी की तलाश करना, दर्शकों को हंसाने के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर कर देता है। 
नाटक में प्रत्येक कलाकार ने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया। करमन सिद्धू, तपूर शर्मा, विशाल सोनवाल, मनप्रीत सिंह, बहार ग्रोवर व कुलतारन गिल ने अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया। उत्तम दराल ने प्रकाश की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा नैंसी ने संगीत का शानदार प्रदर्शन किया।
 इस अवसर पर युवा कल्याण विभाग के निदेशक डॉ. वीरेंद्र कौशिक ने नाटक की प्रशंसा करते हुए कहा कि मंच समाज का दर्पण होता है जो हमें हमारे अच्छे-बुरे के बारे में बताता है तथा हमारा मार्गदर्शक बनता है। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे आर.टी.ओ. पटियाला श्री नमन मारकन ने नाटक के बाद नाटक के सभी कलाकारों की प्रशंसा की। फेस्टिवल डायरेक्टर डॉ. इंद्रजीत गोल्डी ने पंजाबी रंगमंच में नोरा रिचर्ड्स के योगदान पर प्रकाश डाला और मेहमानों और दर्शकों का आभार व्यक्त किया।
 सुबह के फेस-टू-फेस सेशन के दौरान फिल्म कलाकार करतार चीमा ने अपने रंगमंच और फिल्मी सफर की यादें दर्शकों के साथ साझा कीं और दर्शकों के सवालों के जवाब दिए। चीमा ने ट्वेंटी वन सेंचुरी पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित और सुखदयाल सिंह द्वारा लिखित पुस्तक 'पंज दरियावां दी शेरनी महारानी जींद कौर' का विमोचन किया।