
बाल साहित्य मानवता की रक्षा करता है-अरविन्दर सिंह
माहिलपुर - बाल साहित्य मानवता की रक्षा करता है। यह विचार सरकारी हाई स्कूल मैली के मुख्य अध्यापक अरविंदर सिंह ने एक विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने आगे कहा कि हम बचपन में बच्चों की किताबों और पत्रिकाओं के माध्यम से जो मूल्य सीखते हैं। वे जीवन भर हमारा साथ देते हैं। इसलिए हमें बाल साहित्य को बच्चों के जीवन से बाहर नहीं करना चाहिए
माहिलपुर - बाल साहित्य मानवता की रक्षा करता है। यह विचार सरकारी हाई स्कूल मैली के मुख्य अध्यापक अरविंदर सिंह ने एक विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने आगे कहा कि हम बचपन में बच्चों की किताबों और पत्रिकाओं के माध्यम से जो मूल्य सीखते हैं। वे जीवन भर हमारा साथ देते हैं। इसलिए हमें बाल साहित्य को बच्चों के जीवन से बाहर नहीं करना चाहिए
जिस प्रकार प्रत्येक व्यक्ति को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार प्रत्येक बच्चे को बाल साहित्य की आवश्यकता होती है। इस चर्चा में प्रमुख रूप से शामिल हुए निक्की करुंबल्स के संपादक बलजिंदर मान ने कहा कि बच्चों के जीवन को संवारने और मार्गदर्शन करने में माता-पिता के बाद शिक्षकों की अहम भूमिका होती है. अत: प्रत्येक शिक्षक को बाल साहित्य का प्रेमी अवश्य होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जब कोई विद्यार्थी बाल साहित्य पढ़ना शुरू करता है तो उसके लिए कठिन विषय भी आसान हो जाते हैं। इस कारण छात्र जीवन में आयु वर्ग के अनुरूप बाल साहित्य उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी हम सभी को उठानी चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा उत्कृष्ट सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। सभी ने पुस्तकालय जाकर किताबें पढ़ने का निर्णय लिया। शिक्षकों को इस बात पर गर्व महसूस हुआ कि इंडिया बुक ऑफर रिकॉर्ड्स में शामिल बच्चों की पत्रिका निक्कीएन क्रुंबले उनके इलाके माहिलपुर से प्रकाशित होती है। यह पंजाबी बाल साहित्य के लिए बड़े गर्व की बात है। इस मौके पर स्टाफ सदस्य दविंदर कौर, मनजीत कौर, सुरिंदर कौर, मनजीत सिंह, नवदीप मेहता और स्कूल प्रबंधक कमेटी के सदस्य और बच्चों का स्कूल प्रमुख अरविंदर सिंह ने धन्यवाद किया।
