
एस. ए. एस. नगर को पंजाब राज्य में ए. सी. पी. उपलब्धि में प्रथम स्थान मिला -एडीसी सोनम चौधरी
एस.ए.एस. नगर, 6 जून: जिला सलाहकार समिति (डीसीसी) की बैठक आज पंजाब नेशनल बैंक, लीड बैंक कार्यालय, एसएएस नगर द्वारा जिला प्रशासनिक परिसर, एसएएस नगर में मार्च 2025 को समाप्त होने वाली तिमाही के लिए बैंकों की प्रगति की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई, जिसमें जिले के सभी बैंकों के जिला समन्वयकों और सभी संबंधित विभागों ने भाग लिया।
एस.ए.एस. नगर, 6 जून: जिला सलाहकार समिति (डीसीसी) की बैठक आज पंजाब नेशनल बैंक, लीड बैंक कार्यालय, एसएएस नगर द्वारा जिला प्रशासनिक परिसर, एसएएस नगर में मार्च 2025 को समाप्त होने वाली तिमाही के लिए बैंकों की प्रगति की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई, जिसमें जिले के सभी बैंकों के जिला समन्वयकों और सभी संबंधित विभागों ने भाग लिया।
बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त (विकास) एस. ए. एस. नगर श्रीमती सोनम चौधरी ने की।
एडीसी (डी) श्रीमती सोनम चौधरी ने सबसे पहले बैंकरों को उनके 31.03.2025 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के लिए अपने एसीपी लक्ष्यों के 110% की उल्लेखनीय उपलब्धि के साथ पंजाब राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए बधाई दी। उन्होंने बैंकों को आने वाले वर्ष में भी इस गति को जारी रखने की सलाह दी।
उन्होंने वार्षिक ऋण योजना 2024-25 के तहत वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सभी बैंकों की प्रगति की समीक्षा की और बैंकरों से कहा कि वे सभी सरकारी प्रायोजित योजनाओं के तहत लंबित आवेदनों के प्रति सक्रिय और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण रखें।
उन्होंने कहा कि विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत नामांकन में जिला लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बैंकर बिरादरी से मिशन मोड दृष्टिकोण की आवश्यकता है। उन्होंने सभी बैंकरों को सरकार प्रायोजित योजनाओं के तहत प्राप्त सभी आवेदनों का सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर निपटान सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
श्री पंकज आनंद डीजीएम (सर्कल हेड) पंजाब नेशनल बैंक ने एडीसी (डी) सुश्री सोनम चौधरी और आरबीआई और नाबार्ड के अन्य अधिकारियों का स्वागत किया। उन्होंने बैंकों से कहा कि वे भारत सरकार के मापदंडों के अनुसार प्राथमिकता क्षेत्र के सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन में सुधार करें। उन्होंने सभी बैंकों द्वारा सीडी अनुपात के न्यूनतम स्तर को बनाए रखने पर भी जोर दिया।
भारतीय रिजर्व बैंक के श्री दीपक सिंगला ने बैंकों को बचत और चालू खाता खंड में 100% डिजिटलीकरण पर अधिक ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा कि बैंक शाखाओं को भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने ग्रामीण लोगों में वित्तीय साक्षरता और डिजिटल जागरूकता बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित किया।
सुश्री आंचल शर्मा डी. डी. एम. नाबार्ड ने कृषि क्षेत्र में कुछ बैंकों की कम उपलब्धि पर भी अपनी चिंता व्यक्त की।
राज्य निदेशक आर. एस. ई. टी. आई. श्री उपकार सिंह, निदेशक आर. एस. ई. टी. आई. अमनदीप सिंह, जिला समन्वयक, सभी विभागों के अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।
एम. के. भारद्वाज चीफ एलडीएम ने बताया कि जिले ने 110% उपलब्धि के साथ वार्षिक क्रेडिट प्लान (एसीपी) लक्ष्य हासिल किए हैं और पूरे पंजाब राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने सभी बैंकों को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी। क्रेडिट डिपॉजिट (सीडी) अनुपात 60% के राष्ट्रीय लक्ष्य के मुकाबले 104% है। सभी बैंकों को भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत अधिकतम आवेदकों को नामांकित करने की सलाह दी गई थी।
एम. के. भारद्वाज ने निजी क्षेत्र के बैंकों से सरकार द्वारा शुरू की गई सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर विशेष ध्यान देने का भी आग्रह किया, जैसे प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना। एम. के. भारद्वाज ने सभी प्रायोजित मामलों के लंबित होने पर चर्चा की। बैंकों से अनुरोध किया गया था कि वे नियमित रूप से एआईएफ योजना के सभी आवेदनों को मंजूरी दें।
श्री भारद्वाज ने ए डी सी को उनके बहुमूल्य मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया और जिला प्रशासन को आश्वासन दिया कि बैंक सभी सरकारी बैंकों के सुचारू कार्यान्वयन के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे। आगामी वित्तीय वर्ष में भी जिले के सभी प्राथमिकता वाले क्षेत्र के लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे।
