वेतन न मिलने से पीआरटीसी कर्मचारी नाराज़, संयुक्त कार्रवाई समिति ने पटियाला में किया विशाल प्रदर्शन

पटियाला: 25 जुलाई: आज पटियाला स्थित पीआरटीसी मुख्यालय के सामने एटक, इंटक, कर्मचारी दल, एससीबीसी और रिटायर्ड वर्कर्स कम्युनिटी यूनियन (एटीसी) आधारित संयुक्त कार्रवाई समिति ने विशाल प्रदर्शन किया।

पटियाला: 25 जुलाई: आज पटियाला स्थित पीआरटीसी मुख्यालय के सामने एटक, इंटक, कर्मचारी दल, एससीबीसी और रिटायर्ड वर्कर्स कम्युनिटी यूनियन (एटीसी) आधारित संयुक्त कार्रवाई समिति ने विशाल प्रदर्शन किया। 
क्योंकि पीआरटीसी ने अपने नियमित कर्मचारियों का जून महीने का वेतन 25 तारीख़ होने के बावजूद कर्मचारियों के खातों में जमा नहीं किया है। पंजाब के आम आदमी के नाम पर बनी सरकार द्वारा यह आर्थिक उत्पीड़न किया जा रहा है। जिसका नतीजा यह है कि कर्मचारियों को महीने दर महीने देरी से वेतन मिल रहा है। 
बाकियों को न तो वेतन आयोग का बकाया दिया जा रहा है, न ही मेडिकल बिलों का पैसा मिल रहा है, न ही विभिन्न बकाया राशि का भुगतान किया जा रहा है। न ही एलटीसी का भुगतान किया जा रहा है। न ही महंगाई भत्ते का भुगतान किया जा रहा है। किश्तों का बकाया दिया जा रहा है। 
सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले भुगतान नहीं किए जा रहे हैं। निजी बस लॉबी के दबाव में बसों को सरकारी क्षेत्र के परिवहन में नहीं लगने दिया जा रहा है। पंजाब सरकार द्वारा संशोधित टीए दरें लागू नहीं की जा रही हैं। इसी प्रकार, कई अन्य कानूनी रूप से स्वीकृत मांगों को लागू नहीं किया जा रहा है। कर्मचारियों की पदोन्नति को अधर में लटकाया जा रहा है। 
कर्मचारियों के भारी रोष को स्पष्ट रूप से दर्शाते हुए धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए सर्व श्री निर्मल सिंह धालीवाल संयोजक और सदस्य बलदेव राज बत्ता, हरप्रीत सिंह खटड़ा, गुरजंट सिंह, मोहम्मद खलील ने कहा कि समय पर वेतन न मिलने की सीधी जिम्मेदारी संस्था के अध्यक्ष श्री रणयोध सिंह हडाना के सिर पर आती है। जो बकाया 700 करोड़ में से वेतन के लिए पैसा नहीं जुटा सकते। पीआरटीसी के निदेशक मंडल में सरकार के पांच-छह राजनीतिक प्रतिनिधि नियुक्त हैं। लेकिन संस्था के प्रति उनका प्रदर्शन न के बराबर ही है। 
मुख्य नेताओं के अलावा प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने वाले अन्य नेताओं में सर्व श्री गंडा सिंह, दलजीत सिंह, उतम सिंह बागड़ी और नसीब चंद शामिल थे। सुखदेव राम सुखी ने मंच सचिव के रूप में मंच का संचालन किया। एक्शन कमेटी ने घोषणा की कि एक-दो दिन इंतजार करने के बाद अगली सख्त कार्रवाई की घोषणा की जाएगी।