माता-पिता बेटियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा मौका दें-सिविल सर्जन डॉ.जसप्रीत कौर

नवांशहर - सिविल सर्जन डॉ.जसप्रीत कौर के कुशल मार्गदर्शन में आज जिला अस्पताल, नवांशहर में नवजात शिशु "धीयां दी लोहड़ी" मनाई गई। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. जसप्रीत कौर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रेनू अग्रवाल और जिला अस्पताल नवांशहर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतविंदरपाल सिंह ने 21 नवजात लड़कियों को उपहार देकर सम्मानित किया। उन्होंने लोहड़ी जलाकर खुशियां बांटी। समस्त स्टाफ ने एक-दूसरे को मूंगफली व गच्चक बांटी तथा समाज की सभी बालिकाओं के उज्जवल भविष्य की कामना की।

नवांशहर - सिविल सर्जन डॉ.जसप्रीत कौर के कुशल मार्गदर्शन में आज जिला अस्पताल, नवांशहर में नवजात शिशु "धीयां दी लोहड़ी" मनाई गई। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. जसप्रीत कौर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रेनू अग्रवाल और जिला अस्पताल नवांशहर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतविंदरपाल सिंह ने 21 नवजात लड़कियों को उपहार देकर सम्मानित किया। उन्होंने लोहड़ी जलाकर खुशियां बांटी। समस्त स्टाफ ने एक-दूसरे को मूंगफली व गच्चक बांटी तथा समाज की सभी बालिकाओं के उज्जवल भविष्य की कामना की।
  इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ.जसप्रीत कौर ने कहा कि पीसी-पी एनडीटी एक्ट के तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत जिला स्तर पर बेटियों की लोहड़ी मनाई जा रही है। ताकि राज्य में लड़कियों के लिंग अनुपात को और बेहतर बनाने के लिए जागरूकता फैलाई जा सके. समाज में लड़कियों के सम्मान पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि हर माता-पिता को अपनी बेटियों को बेटों के बराबर प्यार और सम्मान देना चाहिए। उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने के लिए शिक्षित किया जाना चाहिए जिससे न सिर्फ वे अपना भविष्य सुरक्षित कर सकती हैं, बल्कि शादी के बाद ससुराल में अपने पति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सकेंगी। उन्होंने कहा कि अगर लड़का एक कुल का नाम रोशन करता है तो लड़कियां दो कुल का नाम रोशन करती हैं. क्योंकि एक लड़की शादी के बाद सबसे पहले अपनी मां के परिवार और उसके बाद अपने ससुर के परिवार का नाम रोशन करने की क्षमता रखती है। उन्होंने बेटियों के माता-पिता से अपील की कि वे अपनी बेटियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा अवसर प्रदान करें। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रेनू अग्रवाल ने कहा कि बेटियों के सम्मान में स्वास्थ्य विभाग के ऐसे प्रयासों से समाज में बेटी को कोख में मारने की सामाजिक बुराई पर निश्चित रूप से रोक लगेगी। इस सामाजिक बुराई को मिटाने के लिए सामाजिक चेतना और प्रतिबद्धता की जरूरत है।
इस अवसर पर जिला अस्पताल नवांशहर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतविंदरपाल सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि बेटियों की लोहड़ी मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को समाज में समानता के अधिकार के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि भारत की चैंपियन खिलाड़ी शाइना नेहवाल, पीवी संधू, बॉक्सर मैरी कॉम जैसी हमारी बेटियां आज हमारे समाज और देश को आगे बढ़ाने में बहुमूल्य योगदान दे रही हैं। अंत में अंता गुरसेवा कॉलेज, पनामा के नर्सिंग संकाय ने भी एक सांस्कृतिक उत्सव प्रस्तुत किया। सभी स्टाफ ने लोहड़ी बाली और ड्रम स्टिक पर भांगड़ा पाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
इस अवसर पर ब्लॉक एक्सटेंशन एजुकेटर विकास विरदी, फार्मेसी अधिकारी परमवीर प्रिंस, नर्सिंग सिस्टर सतविंदर कौर, पूजा सहित सिविल सर्जन कार्यालय के सभी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।