कांगरोड़ में माता सावित्री बाई फुले जी की जयंती मनाई गई

नवांशहर - माता सावित्री बाई फुले इंटरनेशनल बेलफेयर संस्था द्वारा कांगरोड में भारत की प्रथम शिक्षिका एवं समाज सेविका माता सावित्री बाई फुले जी की जयंती मनाई गई। जिसमें माबरा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि उन्होंने धार्मिक अंधविश्वासों और रूढ़िवादी रीति-रिवाजों का विरोध करते हुए भारत में एक स्कूल खोला और 1848 में पुणे, महाराष्ट्र में महिलाओं और बच्चों के लिए पहला स्कूल खोला।

नवांशहर - माता सावित्री बाई फुले इंटरनेशनल बेलफेयर संस्था द्वारा कांगरोड में भारत की प्रथम शिक्षिका एवं समाज सेविका माता सावित्री बाई फुले जी की जयंती मनाई गई। जिसमें माबरा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि उन्होंने धार्मिक अंधविश्वासों और रूढ़िवादी रीति-रिवाजों का विरोध करते हुए भारत में एक स्कूल खोला और 1848 में पुणे, महाराष्ट्र में महिलाओं और बच्चों के लिए पहला स्कूल खोला।
आज भारत की महिलाएं हर क्षेत्र में पदों पर बैठी हैं, हर महिला खुशहाल जीवन जी रही है, उसके पीछे मां की कड़ी मेहनत, अपमानजनक जीवन का त्याग है। इस अवसर पर लड़ुआ का प्रसाद परोसा गया। इस अवसर पर बीबी गायन कौर, पुष्पा देवी, मनदीप रानी सत्या, रंजीत कौर, सीमा रानी, ​​सुरिंदर कौर निर्मल कौर, सिमरजीत कौर, विजय कुमारी, नरेश रानी, ​​जोगिंदर कौर व अन्य सदस्य शामिल थे एवं बच्चे उपस्थित थे।
सतगुरु रविदास कल्याण संगठन एवं माता सावित्री बाई फुले इंटरनेशनल ग्रुप की अध्यक्ष मैडम परमिंदर कौर कांगरोड के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम बेहद सफल रहा।