गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को समर्पित शहर में नगर कीर्तन का आयोजन किया गया

नवांशहर - स्थानीय बंगा रोड स्थित श्री गुरुद्वारा मंजी साहिब में शुक्रवार को 9वें गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत को समर्पित शहर में एक भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं के साथ-साथ रागी जत्था, गुरु की प्यारी सेना, घोड़ स्वर, बानी बाने धरनी मिसल शहीद, तरना दल हरियां वेला वाले जत्थेबंदी के निहंग सिंह और रागी जत्थे ने भाग लिया और गुरु की महिमा का गुणगान किया। भुजंग दल खालसा की गतका पार्टियों में शामिल प्यारे सिंहों ने कृपाण, नेजे आदि से जौहर दिखाए।

नवांशहर - स्थानीय बंगा रोड स्थित श्री गुरुद्वारा मंजी साहिब में शुक्रवार को 9वें गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत को समर्पित शहर में एक भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं के साथ-साथ रागी जत्था, गुरु की प्यारी सेना, घोड़ स्वर, बानी बाने धरनी मिसल शहीद, तरना दल हरियां वेला वाले जत्थेबंदी के निहंग सिंह और रागी जत्थे ने भाग लिया और गुरु की महिमा का गुणगान किया। भुजंग दल खालसा की गतका पार्टियों में शामिल प्यारे सिंहों ने कृपाण, नेजे आदि से जौहर दिखाए।
कार्यक्रम के दौरान सुबह सबसे पहले बाबा नारंग सिंह ने श्री अखंड पाठ साहिब जी का आरंभ किया और अरदास के बाद श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की सुंदर पालकी की छत्रछाया में पांच प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। शहर के विभिन्न बाजारों व मुख्य मार्गों की परिक्रमा के दौरान माता गुजर कौर बिबियान का लोकप्रिय रागी जत्था धार्मिक वाणी से राहगीरों व संगत को निहाल कर रहा था. मंजी साहिब गुरुद्वारे से बंगा रोड, आर्य समाज रोड, कोठी रोड, गीता भवन रोड होते हुए शहर की परिक्रमा करते हुए गुरु के प्यारे सिपाही सलोह रोड और चंडीगढ़ रोड से आईटीआई पहुंचे और अपना करतब दिखाया। इसके बाद नगर कीर्तन गुरुद्वारा टाहली साहिब से वापस गुरुद्वारा मंजी साहिब पहुंचकर समाप्त हुआ।रास्ते में विभिन्न संगठनों ने श्रद्धालुओं के लिए लंगर लगाए। नगर कीर्तन में बाबा नारंग सिंह, बाबा नजर, बाबा खड़क सिंह, बाबा जिंदा सिंह, बाबा मनसा सिंह, मनप्रीत सिंह, सुखविंदर सिंह थांदी, अमरजीत सिंह खालसा, ईशदीप सेठी, जगदीप सिंह, मंजीत कौर, परमिंदर काला आदि शामिल हुए। इसमें बड़ी संख्या में विभिन्न समुदाय की महिलाएं शामिल हुईं। मुख्य सेवादार बाबा नारंग सिंह ने बताया कि रविवार 19 दिसंबर को सुबह श्री अखंड पाठ साहिब जी के भोग के बाद मुख्य व्यवस्थापक बाबा निहाल सिंह जी की देखरेख में दीवान सजाया जाएगा। जिसमें संत बाबा प्रीतम सिंह जी डुमेली, बेर साहिब सुल्तानपुर से कथावाचक भाई करनजीत सिंह, कविश्री जत्था ज्ञानी सुलखन सिंह रियाड़, चकदाना से भाई रविंदर सिंह जी का कीर्तनी जत्था, जसबीर कौर जस्सा का जत्था गुरु जी का गुणगान करेंगे। अगले दिन 18 दिसंबर, सोमवार को दोपहर 1 बजे अमृत संचार होगा।