
खरड़ शहर व अन्य कस्बों-शहरों के सीवरेज का प्रबंध करे सरकार: भारतीय किसान यूनियन
खरड़, 5 दिसंबर - खरड़ शहर में सीवरेज की समस्या के विरोध में भारतीय किसान यूनियन सिधूपुर के किसान व इलाका निवासी यूनियन के प्रदेश प्रेस सचिव पंजाब स. मेहर सिंह थेड़ी के नेतृत्व में खरड़ के एसडीएम से मिले। अन्य कस्बों व शहरों में किसानों की फसलों की बर्बादी की जानकारी देकर गंदे पानी की व्यवस्था करने की मांग की है।
खरड़, 5 दिसंबर - खरड़ शहर में सीवरेज की समस्या के विरोध में भारतीय किसान यूनियन सिधूपुर के किसान व इलाका निवासी यूनियन के प्रदेश प्रेस सचिव पंजाब स. मेहर सिंह थेड़ी के नेतृत्व में खरड़ के एसडीएम से मिले। अन्य कस्बों व शहरों में किसानों की फसलों की बर्बादी की जानकारी देकर गंदे पानी की व्यवस्था करने की मांग की है। उस पत्र में लिखा है कि खरड़ क्षेत्र के किसान और निवासी गंदे पानी की निकासी के प्रबंधन की कमी के कारण बेहद परेशान हैं और इसके कारण बड़े पैमाने पर किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं।
पत्र में कहा गया है कि खरड़ शहर का गंदा पानी काफी समय से गांव चोल्टा, रंगियां पोपना, नियामी आदि के खेतों में साल भर बहता रहता है और अभी भी बड़े पैमाने पर बह रहा है, जिससे नई बोई गई फसलें बर्बाद हो रही हैं।
पत्र में कहा गया है कि दूसरी ओर खानपुर से निकलने वाला पानी गांव पीर सुहाचा से शुरू होकर बजहेड़ी, देहकाल, नबीपुर आदि से होते हुए एसवाईएल नहर में गिर रहा है और एसवाईएल नहर इस गंदे पानी से भरी हुई है । यह गंदा पानी सोतल, रोरा, बीबीपुर, बट्टा, मिल कापरा, थेड़ी और जिला फतेहगढ़ साहिब के कई अन्य गांवों (जिनमें यह गंदा पानी फैलता है) में बीमारियाँ फैला रहा है और पीने के पानी को भी प्रदूषित कर रहा है।
पत्र में कहा गया है कि गंदे पानी से भरी इस नहर में अगर नहर में दरार आती है तो उन गांवों की फसलों और घरों को बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है. इससे पहले भी नहर टूटने से यह पानी फतेहगढ़ साहिब जिले के गांवों में धान की फसल को नुकसान पहुंचा चुका है।
नेताओं ने एसडीएम को बताया कि घरौना गांव (जिसकी आबादी नगर पंचायत बनने के कारण बढ़ी है) का गंदा पानी काफी समय से माचीपुर रोड पर पश्चिम दिशा की ओर बह रहा है. जिससे लगभग डेढ़ किलोमीटर सड़क पर पानी भर गया है और रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है. उन्होंने कहा कि इस माचीपुर रोड पर बिजली विभाग का 66 केवी का ग्रिड लगा हुआ है और गांव की बड़ी आबादी इस तरफ रहती है. बिजली ग्रिड और उस सड़क तक जाने के लिए माचीपुर और थेड़ी गांव के लोग हर दिन कई किलोमीटर पैदल चलकर घरून पहुंचते हैं. इन गांवों के छात्रों और लोगों को घरुण जाना पड़ता है क्योंकि घरुण गांव में बैंक, सहकारी समितियां, स्कूल, कॉलेज, डाकघर, अस्पताल आदि स्थित हैं। उन्होंने मांग की कि इस समस्या का समाधान किया जाए ताकि क्षेत्रवासी राहत की सांस ले सकें।
इस मौके पर अन्यों के अलावा राजिंदर सिंह देहकलां अध्यक्ष मोहाली, हकीक सिंह प्रेस सचिव खरड़, बहादुर सिंह नियामियां महासचिव मोहाली, सुक्खा शाहपुर, जगतार सिंह देहकलां, प्रदीप सिंह नियामियां, दिलबाग सिंह सरपंच भागोमाजरा, जस्सी घंडुआं, अवतार सिंह सहोरा, जसवीर सिंह घोगा भी मौजूद थे।
