अतिरिक्त जिला उपायुक्त भिवानी एवं चरखी दादरी मुनीश नागपाल ने अपनी धर्मपत्नी कल्याणी नागपाल संग रुद्राभिषेक कर भगवान भोलेनाथ का पूजन -अर्चन किया

हरियाणा/हिसार: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव एवं चरखी दादरी और भिवानी के अतिरिक्त जिला उपायुक्त मुनीश नागपाल द्वारा अपनी धर्मपत्नी कल्याणी नागपाल संग श्रावण मास की शिवरात्रि के अवसर पर हिसार में भगवान शिव शंकर जी के मंदिर प्रांगण में पूर्ण श्रद्धा एवं विधि विधानपूर्वक रुद्राभिषेक कर भगवान भोलेनाथ का पूजन अर्चन किया।

हरियाणा/हिसार: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव एवं चरखी दादरी और भिवानी के अतिरिक्त जिला उपायुक्त मुनीश नागपाल द्वारा अपनी धर्मपत्नी कल्याणी नागपाल संग श्रावण मास की शिवरात्रि के अवसर पर हिसार में भगवान शिव शंकर जी के मंदिर प्रांगण में पूर्ण श्रद्धा एवं विधि विधानपूर्वक रुद्राभिषेक कर भगवान भोलेनाथ का पूजन अर्चन किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला उपायुक्त भिवानी एवं चरखी दादरी मुनीश नागपाल ने भगवान शिव के सभी भक्तों के सुख,समृद्धि ओर मंगलमयी जीवन की कामना करते हुए कहा कि श्रावण मास,विशेषकर शिवरात्रि का दिन,आत्मिक शुद्धि,आस्था और ईश्वर से जुड़ने का सर्वोत्तम अवसर होता है। 
इस पावन पर्व पर हमे धर्म की महत्ता को और अधिक समझने एवं अपनाने का संकल्प लेना चाहिए।मौके पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी राजकुमार बजाज ने बताया कि सनातन धर्म की पहचान को जीवंत बनाए रखने के लिए हर सनातनी को अपने माथे पर तिलक अवश्य लगाना चाहिए। जब अन्य समुदाय अपनी धार्मिक पहचान किसी विशेष चिन्ह जैसे टोपी आदि से प्रकट करते हैं,तो हिंदू समाज की भी विशिष्ट पहचान तिलक के रूप में होनी चाहिए। यह केवल हमारी धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और गौरव का प्रतिनिधित्व करता है। 
उन्होंने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि वह गर्व से अपने धर्म और संस्कृति का अपनाए,उसका प्रचार प्रसार करें और आने वाली पीढियां को भी इसके महत्व से परिचित करवाए। गऊ सेवा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि गऊ माता को हमारे धर्म में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है और प्रत्येक सनातनी का यह कर्तव्य है कि वह गऊ माता की सेवा करें। कुछ जयचंद प्रवृत्ति के लोग गौ माता का अपमान कर निंदनीय कार्य करते हैं, ऐसे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। 
अतिरिक्त जिला उपयुक्त मुनीष नागपाल की धर्मपत्नी कल्याणी नागपाल ने बताया कि समाज में धार्मिक भावना, सेवा और समर्पण ही वह आधार है जो हमारी आस्था को और अधिक सशक्त करते हैं। जब समाज धर्म के मूल तत्वों से जुड़ता है, तभी वह सच्चे अर्थों में प्रगति करता है। इस अवसर पर स्थानीय श्रद्धालुओं और समाजसेवियों की भी उपस्थित रही। मंदिर परिसर में रुद्राभिषेक के उपरांत प्रसाद वितरण किया गया एवं सभी ने भगवान शिव का जयकारा लगाकर पुण्य लाभ अर्जित किया।