
सचखंड श्री दरबार साहिब जी, अमृतसर और श्री आनंदपुर साहिब जी को पवित्र नगरी का दर्जा दिलाने के लिए 27 जुलाई को तख्त श्री केसगढ़ साहिब जी, श्री आनंदपुर साहिब जी से खालसा विरोध मार्च निकाला जा रहा है।
अमृतसर/आनंदपुर साहिब- सामाजिक सुधार संगठन पंजाब के अध्यक्ष रणजीत सिंह भोमा ने इसका पुरजोर समर्थन किया और कहा कि इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। भोमा ने कहा कि पिछले 13 वर्षों से हम गुरु नगरी गुरु रामदास साहिब जी महाराज जी की पवित्रता को पुनर्स्थापित करते आ रहे हैं, जब देश-विदेश से लाखों संगतें चौक महा सिंह, हाल गेट, सेरा वाला गेट, थाना बी डिवीजन के बाजारों में आती हैं, जहाँ सरकार की सहमति से विभिन्न दुष्ट दुकानदारों द्वारा मांस, मछली, अड़े, तंबाकू, पान, बीड़ी और शराब की दुकानें खुलेआम खोल दी गई हैं, जिससे देश-विदेश से विभिन्न धर्मों के श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुँच रही है।
अमृतसर/आनंदपुर साहिब- सामाजिक सुधार संगठन पंजाब के अध्यक्ष रणजीत सिंह भोमा ने इसका पुरजोर समर्थन किया और कहा कि इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। भोमा ने कहा कि पिछले 13 वर्षों से हम गुरु नगरी गुरु रामदास साहिब जी महाराज जी की पवित्रता को पुनर्स्थापित करते आ रहे हैं, जब देश-विदेश से लाखों संगतें चौक महा सिंह, हाल गेट, सेरा वाला गेट, थाना बी डिवीजन के बाजारों में आती हैं, जहाँ सरकार की सहमति से विभिन्न दुष्ट दुकानदारों द्वारा मांस, मछली, अड़े, तंबाकू, पान, बीड़ी और शराब की दुकानें खुलेआम खोल दी गई हैं, जिससे देश-विदेश से विभिन्न धर्मों के श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुँच रही है।
भाई रणजीत सिंह भोमा ने कहा कि 13 वर्षों से भारी संख्या में संगतों की उपस्थिति में लिखित रूप में अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर और एसडीएम को कई मांगें दी जा चुकी हैं और कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, डॉ. निज्जर को भी इस स्थान की पवित्रता बहाल करने के लिए कहा गया है, लेकिन अमृतसर का प्रशासन और कुलदीप सिंह धालीवाल सब सोए हुए हैं।
सार्वजनिक धार्मिक स्थलों पर नशे की दुकानें चलाकर नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। धार्मिक स्थल पर आने वालों के रास्ते में कोई भी मांस, शराब, पान, बीड़ी की दुकानें नहीं खोल सकता। सारे कानून हवा में लटके हुए हैं।
भाई भोमा ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, विधायक, अमृतसर के निर्वाचित और डिप्टी कमिश्नर, अन्य वरिष्ठ अधिकारी, न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, सर्वोच्च न्यायालय, परिवार के सदस्य इस स्थान पर माथा टेकते हैं, लेकिन 13 वर्षों में किसी को भी गुरु नगरी की पवित्रता बहाल करने की याद नहीं आई।
पंजाब के मुख्यमंत्री को गुरु नगरी, गुरु रामदास साहिब जी महाराज जी के निवास स्थान और धन गुरु गोबिंद सिंह साहिब जी महाराज जी की पवित्र नगरी की पवित्रता को प्राथमिकता के आधार पर पुनर्स्थापित करने के लिए पंजाब सरकार से प्रस्ताव पारित करवाना चाहिए। गुरु घर की सड़कों को उत्तम प्रीमिक्स लगाकर सुंदर और सुनहरा बनाया जाना चाहिए, चौकों में सुंदर सुनहरे द्वार बनाए जाने चाहिए और ठंडे पानी के नल लगाए जाने चाहिए।
भाई भोमा ने कहा कि जो मुख्यमंत्री गुरु रामदास साहिब जी की नगरी और गुरु गोबिंद सिंह जी के पवित्र स्थान की पवित्रता को पुनर्स्थापित करेगा, उसे स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा। पवित्रता की पुनर्स्थापना तक यह संघर्ष अंतिम सांस तक जारी रहेगा।
