
रिटायरमेंट — "एक सुखद अनुभूति"
हरियाणा/हिसार: रिटायरमेंट, जीवन का एक ऐसा मोड़ है जहाँ व्यक्ति अपने कर्मक्षेत्र से विदा लेता है, लेकिन अपने अनुभवों के साथ एक नए जीवन की शुरुआत करता है। यह एक विराम नही, बल्कि एक नई यात्रा की शुरुआत है।
हरियाणा/हिसार: रिटायरमेंट, जीवन का एक ऐसा मोड़ है जहाँ व्यक्ति अपने कर्मक्षेत्र से विदा लेता है, लेकिन अपने अनुभवों के साथ एक नए जीवन की शुरुआत करता है। यह एक विराम नही, बल्कि एक नई यात्रा की शुरुआत है।
वर्षों की लम्बी सेवा के बाद जब कोई व्यक्ति रिटायर होने वाला होता है, तो उसकी सोच में बदलाव आना शुरू हो जाता है जो कि स्वभाविक परिक्रया है कि रिटायरमेंट के आगे क्या!
उसके मन में मिश्रित भावनाएं होती हैं — एक ओर कार्य से मुक्ति का सुकून, दूसरी ओर साथियों से बिछड़ने का दुःख।
लेकिन अगर सकरात्मक दृष्टि से देखे तो यह समय होता है स्वयं के लिए जीने का, अधूरे सपनो को फिर से संजोने का जो नोकरी के दौरान पीछे छूट गए ओर परिवार के साथ समय बिताने का, सेवानिवृत्ति को अक्सर जीवन के अंत के रूप में देखा जाता है, लेकिन यह वास्तव में एक नई शुरुआत है और एक खुले राजमार्ग की तरह है,जहाँ जैसी चाहो आप उड़ान भर सकते हो,रिटायरमेंट एक ऐसा समय है जब आप अपने जीवन के बचे हुए वर्षों में सार्थक परिवर्तन कर सकते हो, नए अनुभवों को अपना सकते हो और अपनी रुचियों और जुनून को पूरा कर सकते हो।
कुल मिलाकर देखा जाए तो रिटायरमेंट एक अवसर है — स्वयं को नया रूप देने का ओर जीवन को नए नजरिए से देखने का।
