लुधियाना पश्चिम उपचुनाव: शाम 7 बजे तक 51.33% मतदान

लुधियाना, 19 जून - लुधियाना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 6 बजे समाप्त हो गया। शाम 7 बजे तक 51.33% मतदान हुआ है। शाम 6 बजे के बाद केवल मतदान केंद्र के अंदर मौजूद मतदाताओं को ही वोट डालने की अनुमति दी गई।

लुधियाना, 19 जून - लुधियाना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 6 बजे समाप्त हो गया। शाम 7 बजे तक 51.33% मतदान हुआ है। शाम 6 बजे के बाद केवल मतदान केंद्र के अंदर मौजूद मतदाताओं को ही वोट डालने की अनुमति दी गई। 
कुछ स्थानों पर आप और शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पों को छोड़कर कुल मिलाकर मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा, कांग्रेस के भारत भूषण आशु, भाजपा के जीवन गुप्ता और शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार परुपकर सिंह घुमन के राजनीतिक भाग्य का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से हुआ। 
मतगणना 23 जून को होगी। गौरतलब है कि लुधियाना पश्चिम सीट पर उपचुनाव आप विधायक गुरप्रीत गोगी की संदिग्ध मौत के कारण जरूरी हो गया था। पुलिस और प्रशासन ने यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। लुधियाना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में कुल 1.74 लाख मतदाता अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करने के पात्र थे।
 आज मतदान केंद्रों पर 776 मतदान कर्मचारियों पर आधारित 194 पार्टियां तैनात की गई थीं। उपचुनाव के तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय बलों की पांच कंपनियां तैनात की गई थीं और 1404 पुलिस कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर थे। उपचुनाव के मद्देनजर 60 पुलिस चौकियां स्थापित की गई थीं और 19 गश्ती पार्टियां तैनात की गई थीं। 
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के लिए एक महिला समेत कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे। मतदान से पहले बुधवार को ही विधानसभा क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण हो गया था। जवाहर नगर इलाके में कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु और पुलिस के बीच आपसी तनातनी की घटना सामने आई। आशु ने कहा कि उनके कार्यकर्ताओं ने एक व्यक्ति को राशन बांटते हुए पकड़ लिया और पुलिस ने आप सरकार के इशारे पर धौंस जमानी शुरू कर दी। 
उपचुनाव लड़ रहे आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा का यह पहला विधानसभा चुनाव है, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु इससे पहले दो बार चुनाव जीत चुके हैं। यह चुनाव आप के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं था, क्योंकि अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व पूरी तरह तैयार था।