स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव और उनके स्टाफ ने बनवाए आभा कार्ड

चंडीगढ़, 16 जून - हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन को आगे बढ़ाने के लिए आज अपने और अपने स्टाफ के आभा कार्ड बनवाए। इस दौरान उन्होंने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के कार्यों की समीक्षा भी की।

चंडीगढ़, 16 जून - हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन को आगे बढ़ाने के लिए आज अपने और अपने स्टाफ के आभा कार्ड बनवाए। इस दौरान उन्होंने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के कार्यों की समीक्षा भी की। 
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आयुष्मान का उद्देश्य व्यवहार्य डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र बनाकर भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को डिजिटल बनाना है। इस योजना की मुख्य विशेषताएं डिजिटल सार्वजनिक वस्तुओं का लाभ उठाना है। इस योजना को सख्त डेटा सुरक्षा उपायों के साथ तैयार किया गया है। रोगी का डेटा केवल स्पष्ट सहमति से ही साझा किया जाता है। स्वास्थ्य डेटा स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के पास रहता है। 
एबीडीएम संवेदनशील स्वास्थ्य डेटा को केंद्रीय रूप से एकत्र करने के बजाय सुरक्षित रूप से साझा करने की सुविधा प्रदान करता है। कुछ डेटा इंटरऑपरेबिलिटी और विश्वास के लिए केंद्रीय रूप से एकत्र किया जाता है। रोगी अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को अपनी आभा आईडी से जोड़ सकता है। वह अपनी सहमति से डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड को सुरक्षित, एक्सेस और साझा कर सकता है। हरियाणा में संचालन के लिए एबीडीएम टीम जागरूकता पैदा करने और आभा आईडी बनाने की सुविधा के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। 
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन राज्य मिशन निदेशक श्रीमती संगीता तेतरवाल के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। इस अवसर पर आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के संयुक्त निदेशक श्री कैलाश सोनी ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने आभा कार्ड बनाने के फायदे बताए तथा इस मिशन को प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से अलग करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने 100 माइक्रोसाइट प्रोजेक्ट के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। 
उन्होंने बताया कि हरियाणा में अब तक 1.63 करोड़ से अधिक आभा कार्ड बनाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि आभा कार्ड धारकों के लिए सीएचसी मुलाना को प्रदेश का पहला आधुनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्र बनाया गया है, जो पूरी तरह कार्यात्मक है। सीएचसी मुलाना में मरीजों को रजिस्ट्रेशन के लिए लाइनों में लगने की जरूरत नहीं है। जल्द ही यह योजना प्रदेश के 22 जिलों में प्रति स्वास्थ्य संस्थान 2 स्वास्थ्य केंद्रों यानि कुल 44 स्वास्थ्य संस्थानों में लागू की जाएगी। 
स्वास्थ्य संस्थानों के डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में यह एक नई और परिवर्तनकारी पहल साबित होगी। बैठक में तकनीकी टीम के सदस्य आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के परियोजना प्रबंधक श्री डार्विन अरोड़ा और एचएमआईएस प्रबंधक श्री उमेश सैनी भी उपस्थित थे।