आठ साल बीतने के बावजूद बैंक ने रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन का खाता नहीं खोला

एसएएस नगर, 9 जून- स्थानीय सेक्टर 67 में स्थित जलवायु विहार के निवासियों की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव श्री बी.एस. ढिल्लों ने कहा कि एसोसिएशन का बैंक खाता पिछले आठ सालों से फ्रीज है और बार-बार संपर्क करने के बावजूद बैंक ने इसे अनफ्रीज नहीं किया।

एसएएस नगर, 9 जून- स्थानीय सेक्टर 67 में स्थित जलवायु विहार के निवासियों की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव श्री बी.एस. ढिल्लों ने कहा कि एसोसिएशन का बैंक खाता पिछले आठ सालों से फ्रीज है और बार-बार संपर्क करने के बावजूद बैंक ने इसे अनफ्रीज नहीं किया।
ढिल्लों ने बताया कि 17 मार्च 2017 को निवासियों ने जलवायु विहार, सेक्टर 67 की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की प्रबंधकीय समिति का चुनाव किया था। उस समय निवासियों ने तत्कालीन अध्यक्ष के कार्य से असंतुष्ट होकर जनरल इजलास बुलाने की मांग की थी। उपस्थित निवासियों के दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ, अध्यक्ष को हटा दिया गया और उनकी जगह एक नया अध्यक्ष चुना गया।
उन्होंने बताया कि तत्कालीन अध्यक्ष ने फेज 10 में स्थित एसबीआई शाखा से संपर्क कर सोसाइटी के दीर्घकालिक रखरखाव फंड खाते को फ्रीज करवा दिया था। इसके बाद, चुनी गई प्रबंधकीय समिति ने रजिस्टर्ड रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की प्रमाणित प्रति जमा की थी, जिसे सोसाइटी के अतिरिक्त रजिस्ट्रार द्वारा सत्यापित किया गया था।
उन्होंने कहा कि आठ साल से अधिक समय बीत चुका है और बैंक को कई बार याद दिलाने के बावजूद, सोसाइटी का खाता अभी तक अनफ्रीज नहीं किया गया है। प्रबंधकीय समिति ने आरटीआई एक्ट के तहत खाते को फ्रीज करने के कारणों की जानकारी मांगी थी, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बैंक की इस कार्रवाई के कारण निवासियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है, क्योंकि एसोसिएशन की विकास गतिविधियां ठप हो गई हैं, भले ही उनकी कोई गलती नहीं है। उन्होंने मांग की कि इस बैंक खाते को तुरंत खोला जाए, ताकि इस फंड का उपयोग निवासियों की भलाई के लिए किया जा सके।
संपर्क करने पर संबंधित एसबीआई शाखा के मैनेजर श्री निझावन ने कहा कि इस मामले में कुछ कानूनी जटिलताएं हैं, जिनका विवरण मंगवाया गया है। उन्होंने बताया कि यह खाता उनके बैंक मैनेजर का चार्ज लेने से पहले फ्रीज किया गया था और जैसे ही इस संबंध में जटिलताएं खत्म होंगी, खाता खोल दिया जाएगा।