एनएचएम कर्मचारियों ने लुधियाना उपचुनाव में सरकार के खिलाफ संघर्ष की घोषणा की

एसएएस नगर, 9 जून- नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों ने लुधियाना उपचुनाव के दौरान सरकार के खिलाफ संघर्ष की घोषणा की है। इस संबंध में निर्णय एनएचएम कर्मचारियों की एक बैठक के दौरान लिया गया।

एसएएस नगर, 9 जून- नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों ने लुधियाना उपचुनाव के दौरान सरकार के खिलाफ संघर्ष की घोषणा की है। इस संबंध में निर्णय एनएचएम कर्मचारियों की एक बैठक के दौरान लिया गया।
इस बारे में बात करते हुए, एनएचएम नेताओं ने बताया कि बैठक में 19 जिलों से लगभग 80 नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक का मुख्य एजेंडा लुधियाना उपचुनाव के दौरान एनएचएम कर्मचारियों द्वारा किए जाने वाले संघर्ष की रूपरेखा तय करना था। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर सर्वसम्मति से एनएचएम टास्क फोर्स के गठन का निर्णय लिया गया, जो एनएचएम कर्मचारियों द्वारा शुरू किए गए संघर्ष का नेतृत्व करेगा।
नेताओं ने कहा कि एनएचएम कर्मचारी लंबे समय से पंजाब में 50 से अधिक श्रेणियों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। हालांकि, विभिन्न सरकारों ने इन कर्मचारियों का केवल शोषण किया है और उन्हें उनके हक से वंचित रखा है।
नेताओं ने कहा कि विभिन्न सरकारों ने इन कर्मचारियों को नियमित करने के वादे किए, लेकिन यह अफसोसजनक है कि कोई भी सरकार अपने वादों पर खरी नहीं उतरी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने से पहले, वर्तमान कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ एनएचएम कर्मचारियों द्वारा आयोजित रैलियों में हिस्सा लिया था और सरकार बनते ही नियमितीकरण का वादा किया था। हालांकि, सरकार बनने के बाद विभागीय अधिकारियों के साथ दर्जनों बैठकों के बावजूद, वर्तमान सरकार केवल समय टालने की नीति अपना रही है। जिन एनएचएम कर्मचारियों ने इस सरकार को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्हें सरकार के लगभग तीन साल पूरे होने के बावजूद न तो नियमित किया गया और न ही किसी कर्मचारी की तनख्वाह में कोई वृद्धि की गई।
नेताओं ने घोषणा की कि निर्धारित संघर्ष के तहत, 13 जून को सभी एनएचएम कर्मचारी काम बंद रखकर अपने-अपने जिलों और ब्लॉकों में एकत्र होकर सरकार का पुतला जलाएंगे। 15 जून को 9,000 एनएचएम कर्मचारी लुधियाना में एक विशाल रैली करेंगे, सरकार का पुतला जलाएंगे और स्थानीय लोगों को सरकार की विफलताओं के बारे में जागरूक करेंगे।
बैठक में अवतार सिंह मानसा, सुखजीत कांबोज रोपड़, डॉ. सुनील तर्गोत्रा गुरदासपुर, गुरप्रीत भुल्लर मुक्तसर साहिब, हरपाल सोढ़ी फतेहगढ़ साहिब, दीपशिखा कश्यप मोहाली, प्रीतपाल सिंह लुधियाना, राजेश कुमार फाजिल्का, सुरिंदर कांबोज, नरिंदर सिंह फिरोजपुर, रमनवीर कौर बठिंडा, गुरविंदर सिंह मोगा, अवतार सिंह अमृतसर, रविंदर कौर तरनतारन, डॉ. सुनील नवांशहर, डॉ. जतिंदर सिंह मलेरकोटला, राजिंदर सिंह संगरूर, और डॉ. विपन जालंधर उपस्थित थे।