
पावरकॉम एवं ट्रांसको कॉन्ट्रैक्ट इंप्लाइज यूनियन की प्रबंधन एवं वित्त मंत्री के साथ बैठक बेनतीजा समाप्त हो गई।
माहिलपुर - पावरकॉम एवं ट्रांसको कॉन्ट्रैक्ट इंप्लाइज यूनियन पंजाब की ओर से बड़ी संख्या में वित्त मंत्री के आवास के समक्ष धरना जारी है। माहिलपुर डिवीजन जोगी अग्निहोत्री ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि बिजली विभाग पिछले काफी समय से विभाग के निजीकरण और विभागों में लाए गए आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित करने, न्यूनतम वेतन कानून के अनुसार वेतन तय करने, कार्यभार के अनुसार पदों का सृजन करने, सांप्रदायिक श्रम कानूनों को रद्द करने और पुरानी पेंशन योजना की बहाली समेत अन्य मांगों को लेकर संघर्ष की राह पर है।
माहिलपुर - पावरकॉम एवं ट्रांसको कॉन्ट्रैक्ट इंप्लाइज यूनियन पंजाब की ओर से बड़ी संख्या में वित्त मंत्री के आवास के समक्ष धरना जारी है। माहिलपुर डिवीजन जोगी अग्निहोत्री ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि बिजली विभाग पिछले काफी समय से विभाग के निजीकरण और विभागों में लाए गए आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित करने, न्यूनतम वेतन कानून के अनुसार वेतन तय करने, कार्यभार के अनुसार पदों का सृजन करने, सांप्रदायिक श्रम कानूनों को रद्द करने और पुरानी पेंशन योजना की बहाली समेत अन्य मांगों को लेकर संघर्ष की राह पर है।
पंजाब सरकार लगातार टालमटोल की नीति अपना रही है। वित्त मंत्री ने लगातार बैठकें कीं लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। बिजली आपूर्ति बहाल करते समय कई श्रमिकों की बिजली का झटका लगने से मौत हो गई। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो संविदा कर्मचारी उग्र संघर्ष करने को मजबूर होंगे। पावरकॉम मैनेजमेंट द्वारा संघर्ष के दौरान चंडीगढ़ में वित्त मंत्री और बिजली मंत्री के साथ बैठक की गई।
संगठन के नेता असहाय बने रहे, जिसमें विभाग में सीधे तौर पर काम करने वाले और बिजली के झटके से मौत का सामना करने वाले सीएचबी श्रमिकों के लिए न्यूनतम जीवन निर्वाह मजदूरी लागू करना शामिल था। पीएआई उत्तराधिकारियों को स्थायी नौकरी पेंशन की गारंटी देने और निजीकरण नीति को रद्द करने की मांग की गई, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका। नेताओं ने मांग की कि आगामी बैठक में कर्मचारियों के मुद्दों का समाधान किया जाए।
संगठन ने वित्त मंत्री कार्यालय में संघर्ष जारी रखने का निर्णय लेते हुए कहा कि मांगों का समाधान होने तक संघर्ष जारी रहेगा। अनाज मंडी में मजदूरों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा तथा मजदूरों ने शहर में भी विरोध प्रदर्शन किया। इसे जारी रखने का निर्णय लिया गया तथा 26 मई 2025 को परिवारों और बच्चों के साथ एक बड़ी सभा बुलाने का निर्णय लिया गया।
