
पाकिस्तान को वह पानी नहीं मिलेगा जो भारत के हक का है: मोदी
बीकानेर, 22 मई - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां कहा कि पाकिस्तान को भारत से उतना पानी नहीं मिलेगा, जितना उसे मिलना चाहिए तथा यदि वह आतंकवादियों का निर्यात जारी रखेगा, तो उसे भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। भारत कहता रहा है कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि तब तक 'निलंबित' रहेगी जब तक कि पड़ोसी देश सीमा पार आतंकवाद को 'विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से समर्थन' देना बंद नहीं कर देता। पहलगाम आतंकवादी हमले के एक दिन बाद, भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने सहित पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक उपायों की घोषणा की।
बीकानेर, 22 मई - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां कहा कि पाकिस्तान को भारत से उतना पानी नहीं मिलेगा, जितना उसे मिलना चाहिए तथा यदि वह आतंकवादियों का निर्यात जारी रखेगा, तो उसे भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। भारत कहता रहा है कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि तब तक 'निलंबित' रहेगी जब तक कि पड़ोसी देश सीमा पार आतंकवाद को 'विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से समर्थन' देना बंद नहीं कर देता। पहलगाम आतंकवादी हमले के एक दिन बाद, भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने सहित पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक उपायों की घोषणा की।
पलाना में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारतीयों के खून से खेलना पाकिस्तान को महंगा पड़ेगा। उन्होंने कहा, "यदि पाकिस्तान आतंकवादियों का 'निर्यात' करना जारी रखेगा तो उसे काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।" "पाकिस्तान को भारत से वह पानी नहीं मिलेगा जिसका वह हकदार है, भारतीयों के खून से खेलना अब पाकिस्तान को महंगा पड़ेगा।"
मोदी ने कहा, "यह भारत का संकल्प है और दुनिया की कोई भी ताकत हमें हमारे संकल्प से डिगा नहीं सकती।" भारत और पाकिस्तान ने विश्व बैंक के नेतृत्व में 1960 में सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए थे। यह समझौता दोनों देशों को सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के जल के उपयोग के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है।
