वेटरनरी विश्वविद्यालय ने स्वच्छ मांस उत्पादन पर प्रदान किया प्रशिक्षण

लुधियाना 22 मई 2025- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के सेंटर फॉर वन हेल्थ द्वारा मांस की दुकानों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए स्वच्छ मांस उत्पादन और स्वस्थ प्रथाओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण एक संस्थागत परियोजना के तहत आयोजित किया गया और इसमें लुधियाना के विभिन्न क्षेत्रों से 25 श्रमिकों ने भाग लिया।

लुधियाना 22 मई 2025- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के सेंटर फॉर वन हेल्थ द्वारा मांस की दुकानों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए स्वच्छ मांस उत्पादन और स्वस्थ प्रथाओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण एक संस्थागत परियोजना के तहत आयोजित किया गया और इसमें लुधियाना के विभिन्न क्षेत्रों से 25 श्रमिकों ने भाग लिया।
प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए सेंटर फॉर वन हेल्थ के निदेशक डॉ. जसबीर सिंह बेदी ने कहा कि उपभोक्ताओं तक स्वच्छ मांस पहुंचाने के लिए मांस की दुकान के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाना बहुत जरूरी है। प्रशासनिक सचिव के रूप में डॉ. जय प्रकाश यादव ने पाठ्यक्रम की सभी गतिविधियों पर प्रकाश डाला। 
उन्होंने कहा कि हमें खाद्य जनित बीमारियों के प्रति बहुत सतर्क रहने की आवश्यकता है तथा साफ-सुथरी दुकानों और कर्मचारियों के साथ हम पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारियों को भी रोक सकते हैं। डॉ. नितिन मेहता और डॉ. पंकज ढाका ने पशु मांस प्रसंस्करण के विभिन्न चरणों में सूक्ष्मजीवों के खतरों और स्वच्छता प्रथाओं पर प्रकाश डाला। डॉ. संदीप धालीवाल और डॉ. प्रियंका ने भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की पंजीकरण प्रक्रिया और पोस्टमार्टम जांच प्रक्रिया के बारे में बताया।
डॉ. जतिंदर पाल सिंह गिल, वाइस चांसलर ने इस प्रशिक्षण के लिए आयोजकों की सराहना की और कहा कि इस तरह के प्रयास लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में काफी मददगार साबित होते हैं। कालेज आफ वेटरनरी साइंस, रामपुरा फूल के डीन डॉ. दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस तरह की क्षमता निर्माण गतिविधियां बहुत महत्वपूर्ण हैं और इससे श्रमिकों और भोजन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकती है।