
पर्यावरण स्वच्छता के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है मधुमक्खी पालन का पेशा-राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया
साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 20 मई: पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया ने आज विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर पंजाब किसान विकास चैंबर द्वारा कलकट भवन मोहाली में आयोजित राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 20 मई: पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया ने आज विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर पंजाब किसान विकास चैंबर द्वारा कलकट भवन मोहाली में आयोजित राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
इस अवसर पर उन्होंने मधुमक्खी पालन के पेशे को पर्यावरण स्वच्छता के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक बताया। उन्होंने कहा कि शहद का महत्व उस समय से शुरू होता है जब मनुष्य जीवन की दुनिया में सांस लेता है और अंत तक यह किसी न किसी रूप में मनुष्य से जुड़ा रहता है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के अनुसार भी शहद के अनेक लाभ हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में शहद उद्योग और व्यापार तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मधुमक्खी न केवल शहद का उत्पादन करती है बल्कि परागण के माध्यम से अनेक फूलों के बीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाती है।
पंजाब के राज्यपाल ने कहा कि शहद उद्योग को और बढ़ावा देने के लिए पीएयू लुधियाना और पंजाब किसान विकास चैंबर को मिलकर काम करने की जरूरत है ताकि मधुमक्खी पालन के माध्यम से किसानों की आय में और वृद्धि की जा सके। उन्होंने कहा कि हालांकि शहद मधुमक्खी पालन उद्योग बहुत पुराना है, लेकिन हमें इसे नई तकनीकों के साथ आगे बढ़ाने की जरूरत है।
इस अवसर पर उन्होंने पंजाब भर से आए विभिन्न शहद उत्पादकों को विशेष रूप से सम्मानित भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने ‘हनी एंड एपिकल्चर डेवलपमेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ के गठन का शुभारंभ भी किया। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति सतबीर सिंह गोसल ने इस संबंध में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर सिमरनजीत सिंह उपाध्यक्ष पंजाब किसान विकास चैंबर, बलविंदर सिंह सिद्धू सचिव पंजाब किसान विकास चैंबर और चेयरमैन कुलदीप सिंह रंधावा ने भी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदीप थरेजा को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
