वेटरनरी विश्वविद्यालय की महिला शोधकर्ताओं ने राष्ट्रीय स्तर के थीसिस पुरस्कार जीते

लुधियाना 12 मई 2025- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के 10 पीएच.डी. और 02 एमवीएससी शोधकर्ताओं को सर्वश्रेष्ठ एमवीएससी और पीएचडी थीसिस पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। भारतीय पशु चिकित्सा संघ की महिला पशु चिकित्सा विंग द्वारा बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के सहयोग से पटना में सर्वश्रेष्ठ एमवीएससी एवं पीएचडी थीसिस (शोध प्रबंधन) पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। अपनी तरह के इस पहले आयोजन में, राष्ट्रीय स्तर पर पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान के 18 विषयों के शोधकर्ताओं को अपने शोध प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया था।

लुधियाना 12 मई 2025- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के 10 पीएच.डी. और 02 एमवीएससी शोधकर्ताओं को सर्वश्रेष्ठ एमवीएससी और पीएचडी थीसिस पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। भारतीय पशु चिकित्सा संघ की महिला पशु चिकित्सा विंग द्वारा बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के सहयोग से पटना में सर्वश्रेष्ठ एमवीएससी एवं पीएचडी थीसिस (शोध प्रबंधन) पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। अपनी तरह के इस पहले आयोजन में, राष्ट्रीय स्तर पर पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान के 18 विषयों के शोधकर्ताओं को अपने शोध प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया था।
इस प्रतियोगिता में देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से कुल 347 शोध प्रबंध प्राप्त हुए, जिनमें से 224 एमवीएससी और 123 पीएचडी के लिए थे। 40 उच्चस्तरीय विशेषज्ञों ने इन शोध प्रबंधों की समीक्षा की और एक पारदर्शी नीति के माध्यम से 2019 और 2024 के बीच प्रस्तुत किए गए 67 पीएच.डी. और 78 एमवीएससी शोध प्रबंधों को सर्वश्रेष्ठ माना गया। इस कार्यक्रम में पशु चिकित्सा विज्ञान की शिक्षा और इस पेशे की विविधता पर प्रकाश डालते हुए महिला सशक्तिकरण की झलक भी देखने को मिली।
डॉ. गुरजोत कौर मावी, डॉ. मोनिका ठाकुर, डॉ. रश्मी ठाकुर, डॉ. श्रीकला, डॉ. निंबालकर विद्या, डॉ. समीक्षा सारंगी, डॉ. सुंदस ग़ज़ल, डॉ. अक्षिता चड्ढा, डॉ. शिखा चौधरी और डॉ. तुलुमोनी सील को पीएच.डी. थीसिस के लिए सम्मानित किया गया।
एमवीएससी थीसिस के लिए डा. हबू ऐश्वर्या एवं डॉ. अनामिका रानी को सम्मानित किया गया।
डॉ. जतिंदर पाल सिंह गिल, वाइस चांसलर ने बेहतर शोध सुविधाएं प्रस्तुत करने और उत्कृष्टता हासिल करके विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने के लिए सभी विजेताओं को बधाई दी।
अनुसंधान निदेशक डॉ. प्रकाश सिंह बराड़ ने सभी सम्मानित शोधकर्ताओं की उनके अनुसंधान के प्रति जुनून की सराहना की।
स्नातकोत्तर अध्ययन के डीन डॉ. संजीव कुमार उप्पल ने कहा कि इन शोधकर्ताओं ने बहुत मेहनत और लगन से अपना काम पूरा किया है।