
युद्ध, आपदा, औद्योगिक दुर्घटनाओं के दौरान केवल सुरक्षा व्यवहार और प्राथमिक उपचार से ही जान बचाई जा सकती है - द्वारका दास
पटियाला- रोपड़ के फैक्ट्रीज के डिप्टी डायरेक्टर श्री द्वारका दास, चंडीगढ़ के पंजाब राज्य श्रम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी श्री संदीप सिंह और मोहाली के मुख्य सुरक्षा अधिकारी सोरभ कालियान ने प्राइमो केमिकल फैक्ट्री, नवां नंगल में आयोजित दो दिवसीय सुरक्षा एवं प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा कि युद्ध, आपदा और औद्योगिक दुर्घटनाओं के कारण मानवता को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ता है, इसलिए यह जरूरी है कि प्रत्येक नागरिक, पुलिस, फैक्ट्री कर्मचारियों और युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए और उनका अभ्यास कराया जाए ताकि कीमती जान बचाई जा सके।
पटियाला- रोपड़ के फैक्ट्रीज के डिप्टी डायरेक्टर श्री द्वारका दास, चंडीगढ़ के पंजाब राज्य श्रम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी श्री संदीप सिंह और मोहाली के मुख्य सुरक्षा अधिकारी सोरभ कालियान ने प्राइमो केमिकल फैक्ट्री, नवां नंगल में आयोजित दो दिवसीय सुरक्षा एवं प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा कि युद्ध, आपदा और औद्योगिक दुर्घटनाओं के कारण मानवता को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ता है, इसलिए यह जरूरी है कि प्रत्येक नागरिक, पुलिस, फैक्ट्री कर्मचारियों और युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए और उनका अभ्यास कराया जाए ताकि कीमती जान बचाई जा सके।
इस अवसर पर विशेष रूप से पटियाला से पहुंचे भारत सरकार के आपदा प्रबंधन, नागरिक सुरक्षा, प्राथमिक चिकित्सा, अग्नि सुरक्षा प्रशिक्षक श्री काका राम वर्मा ने पंजाब सरकार तथा फैक्टरियों के प्रबंधकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रत्येक जीवन बहुत कीमती है, इसलिए निरंतर प्रशिक्षण तथा अभ्यास के माध्यम से कर्मचारियों तथा नागरिकों को प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर, रिकवरी पोजीशन, वेंटिलेटर कृत्रिम श्वसन तथा घायलों की देखभाल का निरंतर प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि भविष्य में अचानक युद्ध, आपदा, उद्योग, यातायात या घरेलू घटनाओं की स्थिति में स्वयं तथा पीड़ितों की जान बचाई जा सके।
श्री काका राम वर्मा ने कहा कि अचानक होने वाली घटनाओं के कारण 80 प्रतिशत से अधिक पीड़ितों की मृत्यु को कम करने के लिए प्रत्येक क्षेत्र, संस्थान तथा फैक्टरी में 8 प्रकार की आपदा प्रबंधन, नागरिक सुरक्षा, प्राथमिक चिकित्सा, अग्नि सुरक्षा टीमें तैयार की जानी चाहिए। उन्हें वर्ष में दो बार विषय विशेषज्ञों द्वारा व्यावहारिक प्रशिक्षण, अभ्यास तथा मॉक ड्रिल करवाई जानी चाहिए ताकि उनका आत्मविश्वास तथा साहस बढ़े।
उन्होंने युद्ध, भूकंप, आग, गैस लीक, बिजली के शॉर्ट सर्किट, इमारत गिरने के दौरान कीमती जान बचाने, प्राथमिक उपचार, एबीसीडी, रिकवरी या वेंटिलेटर की स्थिति, कृत्रिम श्वसन, बम और मिसाइलों के दौरान जमीन पर या खाइयों, बंकरों में लेटने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लोगों को आपात स्थिति के दौरान चादर, पगड़ी, लाठी, रस्सी, शाखाओं के उपयोग के बारे में जागरूक किया।
उन्होंने यातायात नियमों और कानूनों का पालन करने के लिए हेलमेट, सीट बेल्ट, रियर-व्यू मिरर और साइबर सुरक्षा के बारे में जानकारी दी। सुरक्षा अधिकारी केसी चुग ने क्लोरीन और अन्य गैसों की हैंडलिंग के बारे में जानकारी दी, गुरप्रीत सिंह और सोरभ काली ने कारखानों, घरों और सड़कों पर दुर्घटनाओं को कम करने के बारे में जानकारी दी।
काका राम वर्मा ने साइबर सुरक्षा के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी क्योंकि बड़ी संख्या में लोग साइबर अपराध के कारण जान और संपत्ति के नुकसान से पीड़ित हैं। कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। काका राम वर्मा को पिछले 45 वर्षों से कारखानों में प्रशिक्षण देने के लिए फैक्ट्री के डीजीएम, मुख्य प्रबंधक और पंजाब श्रम विभाग द्वारा सम्मानित किया गया।
