गीतकार अलमस्त देसरपुरी की याद में कार्यक्रम आयोजित

जालंधर – हाल ही में फकीर कवि अलमस्त देसरपुरी की याद में उनके जन्म स्थान गांव देसरपुर में तीसरी वर्षगांठ समारोह का आयोजन किया गया। इस वर्षगांठ समारोह का आयोजन उनके बड़े बेटे सागर देसरपुरी, सुनू देसरपुरी, समस्त ग्राम पंचायत और कस्बे के निवासियों ने मिलकर किया। परिवार ने कवि अलमस्त देसरपुरी की मजार पर चादर चढ़ाई। यह रस्म सागर देसरपुरी और परिवार के सदस्यों ने निभाई।

जालंधर – हाल ही में फकीर कवि अलमस्त देसरपुरी की याद में उनके जन्म स्थान गांव देसरपुर में तीसरी वर्षगांठ समारोह का आयोजन किया गया। इस वर्षगांठ समारोह का आयोजन उनके बड़े बेटे सागर देसरपुरी, सुनू देसरपुरी, समस्त ग्राम पंचायत और कस्बे के निवासियों ने मिलकर किया। परिवार ने कवि अलमस्त देसरपुरी की मजार पर चादर चढ़ाई। यह रस्म सागर देसरपुरी और परिवार के सदस्यों ने निभाई।
इस अवसर पर दरबार बाबा रुद्दे शाह जलालवाल के गद्दी नशीन साईं कलविंदर शाह, परवाना यादगारी सांस्कृतिक मंच अठौला के कालेशाह, हरबंस अरोड़ा यादगारी कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री रजनीश कुमार और विभिन्न दरबारों से आए फकीर आत्माओं ने मौके पर पहुंचकर अलमस्त जी को पुष्पांजलि अर्पित की। 
मंच की शुरुआत में क्षेत्र के गायकों ने अपने गीतों के माध्यम से अलमस्त जी को याद किया तथा उनके अलावा जसविंदर गुलाम, विजय पाल, राजिंदर राजन, मनी कुटली आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज कर श्रद्धांजलि दी। मेलों की शान कहे जाने वाले दलविंदर दयालपुरी ने मंच संभालते हुए अलमस्त देसरपुरी हजूर के साथ बिताए पलों को याद किया तथा अपने गीतों के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी।
 गायक मंजीत सायरा, नीतू सिंह ने भी अपने गीतों के माध्यम से इस अवसर को मनाया। अमरीक बल-मैडम सुनिया तथा अमरीक माइकल व मैडम आरती की जोड़ी ने भी अलमस्त देसरपुरी हजूर को याद करते हुए अपनी कला के रंग बिखेरे। पूरे कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन सबी बराड़ ने किया। 
इस यादगार तीसरी वर्षगांठ मेले के दौरान आयोजकों ने गायकों व गीतकारों को उच्च सम्मान से सम्मानित किया। विशेष रूप से अलमस्त देसरपुरी के शिष्य गीतकार सतीश दर्दी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। उनके अलावा इस अवसर पर राहुल लहरी, गीतकार चेहरके, परमजीत पम्मा आदि भी मौजूद थे। अंत में सागर देसरपुरी ने आए हुए गणमान्यों का आभार व्यक्त किया।