पेयजल की जरूरत के बहाने पंजाब को अपमानित करने की कोशिश कर रही है सरकार: धनोआ

एसएएस नगर, 1 मई - पंजाबी विरसा कल्चरल सोसायटी रजिस्टर्ड के अध्यक्ष एवं मोहाली के पूर्व पार्षद सतवीर सिंह धनोआ ने कहा है कि हरियाणा पेयजल की जरूरत के बहाने पंजाब को हीन दिखाने की राह पर चल पड़ा है। यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि हरियाणा और राजस्थान लंबे समय से भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड से अपने हिस्से से अधिक पानी ले रहे हैं।

एसएएस नगर, 1 मई - पंजाबी विरसा कल्चरल सोसायटी रजिस्टर्ड के अध्यक्ष एवं मोहाली के पूर्व पार्षद सतवीर सिंह धनोआ ने कहा है कि हरियाणा पेयजल की जरूरत के बहाने पंजाब को हीन दिखाने की राह पर चल पड़ा है। यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि हरियाणा और राजस्थान लंबे समय से भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड से अपने हिस्से से अधिक पानी ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब के पास अपने गुजारे के लिए भी पानी नहीं है, लेकिन षड्यंत्रकारी लोग पंजाब को कमजोर करने की साजिशें रच रहे हैं, जो पंजाब सहित पूरे देश के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में वास्तव में पानी की कोई समस्या नहीं है।
जल मुद्दे पर सरकार के रुख को सही बताते हुए धनोआ ने कहा कि पंजाबी बुद्धिजीवियों को बिना किसी राजनीतिक मतभेद के पंजाबी भाषा, संस्कृति, पंजाबियों के लिए रोजगार आदि के प्रचार-प्रसार के लिए मिलकर काम करना समय की मांग है। उन्होंने सरकार से यह भी कहा कि पंजाब में अधिकांश नौकरशाही पंजाबी होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य के लाभ के लिए कल्याणकारी योजनाएं उस क्षेत्र की नौकरशाही द्वारा ही क्रियान्वित की जा सकती हैं, लेकिन नवीनतम अनुमानों के अनुसार पंजाब में 80 प्रतिशत शीर्ष नौकरशाह बाहरी राज्यों से हैं और बड़ी संख्या में बाहरी नौकरशाहों की उपस्थिति पंजाबियों की रोजगार और व्यापारिक समस्याओं तथा नशों आदि पर नियंत्रण की कमी के लिए जिम्मेदार है।