
लुटेरे पूंजीपतियों और निकम्मी सरकारों ने देश के मजदूरों के अधिकारों और हितों को दोनों हाथों से लूटा है --- तलविंदर हीर
माहिलपुर, 1 मई- मई 1896 में सदियों से लूटे जा रहे मजदूरों ने अपनी कीमती जानों की कुर्बानी देकर अमेरिका के शिकागो में 8 घंटे के कार्य दिवस के कानून की नींव रखी थी और फिर समय-समय पर श्रम सुधारों से संबंधित अन्य कानून बनाने के लिए मजबूर किया था। लेकिन अब मजदूरों की हालत बहुत बदतर है। कड़ी मेहनत करने के बावजूद वे भूखे सोने को मजबूर हैं।
माहिलपुर, 1 मई- मई 1896 में सदियों से लूटे जा रहे मजदूरों ने अपनी कीमती जानों की कुर्बानी देकर अमेरिका के शिकागो में 8 घंटे के कार्य दिवस के कानून की नींव रखी थी और फिर समय-समय पर श्रम सुधारों से संबंधित अन्य कानून बनाने के लिए मजबूर किया था। लेकिन अब मजदूरों की हालत बहुत बदतर है। कड़ी मेहनत करने के बावजूद वे भूखे सोने को मजबूर हैं।
निकम्मे शासकों के चहेते लुटेरे पूंजीपतियों ने देश के सभी आर्थिक संसाधनों और संपत्तियों पर कब्जा कर लिया है। पूंजीपतियों और मेहनतकश लोगों के बीच आर्थिक खाई हद से ज्यादा बढ़ गई है। दुनिया भर में मेहनतकश लोग इस तरह की खाई और घटना के खिलाफ संगठित होकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं और अपना विरोध जता रहे हैं।
अब फिर से हमें समय की सरकारों और उनके चहेते पूंजीपतियों को सत्ता से बेदखल करने तथा अपने अधिकारों और हितों, आने वाली पीढ़ियों के भविष्य और देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए संयुक्त योजनाबद्ध शांतिपूर्ण संघर्ष करना होगा। दुनिया के मजदूरों के अधिकारों और हितों की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर मजदूरों को सच्ची और सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
उक्त शब्द व्यक्त करते हुए भारतीय किसान यूनियन जिला होशियारपुर के प्रचार सचिव तलविंदर सिंह हीर नंगल खिलाड़ी ने कहा कि किसान-मजदूर-कर्मचारी, दुकानदार और नौजवान एकजुट होकर लुटेरे पूंजीपतियों और कृतघ्न सरकारों के खिलाफ जंग लड़ने के लिए तैयार रहें।
इस अवसर पर प्रिथी चंद मिस्त्री, ठेकेदार काला शेरपुर, हरजिंदर सिंह प्रधान, मलकीत सिंह हीर, अमरीक सिंह नंगल खिलाड़ी, सुरजीत सिंह फौजी, सुखविंदर सिंह घुग्ग और जगदीश राय सहित बड़ी संख्या में मजदूर, किसान और इंसाफ पसंद लोग मौजूद थे।
