
पंजाब सरकार हर कदम पर किसानों के साथ है: जय कृष्ण सिंह रौड़ी
होशियारपुर- पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण सिंह रौड़ी ने गढ़शंकर की अनाज मंडी का दौरा कर गेहूं की फसल की खरीद प्रक्रिया का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने किसानों, आढ़तियों और मंडी अधिकारियों से बातचीत कर खरीद प्रक्रिया की स्थिति का जायजा लिया और उनकी समस्याओं को समझा। इस दौरान उनके साथ मार्केट कमेटी गढ़शंकर के चेयरमैन बलदीप सिंह सैनी भी मौजूद थे।
होशियारपुर- पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण सिंह रौड़ी ने गढ़शंकर की अनाज मंडी का दौरा कर गेहूं की फसल की खरीद प्रक्रिया का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने किसानों, आढ़तियों और मंडी अधिकारियों से बातचीत कर खरीद प्रक्रिया की स्थिति का जायजा लिया और उनकी समस्याओं को समझा। इस दौरान उनके साथ मार्केट कमेटी गढ़शंकर के चेयरमैन बलदीप सिंह सैनी भी मौजूद थे।
डिप्टी स्पीकर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि किसानों को उनकी फसलों का सही मूल्य समय पर मिले और खरीद प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।
उन्होंने मंडियों में उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि मंडियों में साफ-सफाई, पीने वाले पानी और छाया जैसी बुनियादी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए ताकि किसानों को सुखद माहौल मिल सके।
डिप्टी स्पीकर ने कहा कि जिले में अब तक 2,34,183 मीट्रिक टन गेहूं की आमद हो चुकी है, जिसमें से 2,33,287 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि किसानों को भुगतान की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है और अब तक 513.55 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में ट्रांसफर किए जा चुके हैं। जय कृष्ण सिंह रौड़ी ने किसानों से बातचीत करते हुए उनकी समस्याएं सुनीं और उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी सभी समस्याओं का समाधान करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारू बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इस अवसर पर विभिन्न खरीद एजेंसियों के अधिकारी भी मौजूद थे।
