
पंजाब एआईटीसी ने मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ 20 मई को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया
चंडीगढ़ 23 अप्रैल: आज यहां प्रेस को एक बयान जारी करते हुए पंजाब एआईटीसी के अध्यक्ष बंत सिंह बराड़ और महासचिव निर्मल सिंह धालीवाल ने कहा कि मोदी सरकार की कर्मचारी-मजदूर विरोधी और गरीब विरोधी आर्थिक और औद्योगिक नीतियों के खिलाफ 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, स्वतंत्र फेडरेशन और एसोसिएशनों द्वारा 20 मई को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया जा रहा है।
चंडीगढ़ 23 अप्रैल: आज यहां प्रेस को एक बयान जारी करते हुए पंजाब एआईटीसी के अध्यक्ष बंत सिंह बराड़ और महासचिव निर्मल सिंह धालीवाल ने कहा कि मोदी सरकार की कर्मचारी-मजदूर विरोधी और गरीब विरोधी आर्थिक और औद्योगिक नीतियों के खिलाफ 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, स्वतंत्र फेडरेशन और एसोसिएशनों द्वारा 20 मई को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया जा रहा है।
जिन मांगों को लेकर यह हड़ताल की जा रही है, उनमें मुख्य रूप से मजदूर विरोधी चारों श्रम संहिताओं को रद्द करना, न्यूनतम वेतन 26,000 रुपये तय करना, पुरानी पेंशन योजना बहाल करना, ठेका/आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित करना, मनरेगा के तहत प्रति वर्ष 200 दिन काम देना तथा शहरों में भी मनरेगा लागू करना, सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण बंद करना, बेरोजगारी दूर करना, महंगाई पर नियंत्रण करना, सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना आदि शामिल हैं। बराड़ व धालीवाल ने कहा कि मोदी सरकार की देश विरोधी, गरीब विरोधी व मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूर वर्ग में गुस्से की लहर है। वे इस देशव्यापी हड़ताल को बड़े स्तर पर सफल बनाकर इसका इजहार करेंगे।
पंजाब में इस हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिलेगा। बिजली, परिवहन कर्मचारी, ठेका कर्मचारी, आंगनबाड़ी, आशा वर्कर, मिड-डे मील वर्कर, खेत मजदूर, मनरेगा कर्मचारी, औद्योगिक कर्मचारी, बैंक व बीमा क्षेत्र के कर्मचारी, असंगठित क्षेत्र के मजदूर आदि कर्मचारी इस हड़ताल को संगठित करने में लगे हुए हैं।
किसान संगठन सड़कों पर उतरकर इस हड़ताल का पूरा समर्थन करेंगे। नेताओं ने पंजाब के सभी मजदूर संगठनों से अपील की है कि वे इस हड़ताल की तैयारी में कोई कसर न छोड़ें। 03 मई 2025 को सभी संगठन 20 मई की हड़ताल के बारे में आयोजकों को सूचना दे दें तथा 1 मई मजदूर दिवस के कार्यक्रमों के दौरान हड़ताल की सफलता पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया जाए।
