
पेड़ों से भारी फूल वाले खीरे लटक रहे हैं।
एसएएस नगर, 22 अप्रैल - शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लगाए गए बड़ी संख्या में पेड़ ब्लॉसम ब्लाइट रोग से प्रभावित हुए हैं। ये खिले हुए खीरे काफी भारी होते हैं और इनका वजन एक किलोग्राम से लेकर छह से सात किलोग्राम तक होता है।
एसएएस नगर, 22 अप्रैल - शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लगाए गए बड़ी संख्या में पेड़ ब्लॉसम ब्लाइट रोग से प्रभावित हुए हैं। ये खिले हुए खीरे काफी भारी होते हैं और इनका वजन एक किलोग्राम से लेकर छह से सात किलोग्राम तक होता है।
ये भारी फूल वाले खीरे अक्सर पेड़ से टूटकर नीचे गिर जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं। कल एक पेड़ के नीचे खड़े एक व्यक्ति के सिर पर एक भारी-भरकम फूल वाला खीरा गिर गया, हालांकि वह बाल-बाल बच गया।
ये फूल कभी-कभी वाहनों पर गिर जाते हैं, जिससे वाहनों की खिड़कियों को नुकसान पहुंचता है। शहरवासियों का कहना है कि मोहाली के बारे में अक्सर कहा जाता है कि इसका विकास चंडीगढ़ की तर्ज पर किया गया है, लेकिन पता नहीं कि जब मोहाली का विकास किया जा रहा था तो प्रशासन को शहर में जगह-जगह फूलदार खीरे के पेड़ लगाने की सलाह किसने दी। कुछ लोगों का दावा है कि खिलने वाले खीरे देशी दवा बनाने में उपयोगी होते हैं।
शहरवासियों ने मांग की है कि शहर में विभिन्न स्थानों पर पेड़ों पर उग रहे फूलदार खीरे हटा दिए जाएं।
