प्रिंसिपलों की पदोन्नति का कोटा 75 प्रतिशत करने का स्वागत – फेडरेशन

एसएएस नगर 16 अप्रैल- जनरल कैटेगरी वेलफेयर फेडरेशन पंजाब (रजि.) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह और अन्य नेताओं जरनैल सिंह बराड़, जसवीर सिंह गरंग, रणजीत सिंह सिद्धू, सुरिंदर कुमार सैनी, कपिल देव पाराशर, सुदेश कमल शर्मा, प्रदीप सिंह, अमनप्रीत सिंह, दिलबाग सिंह, हरपिंदर सिंह सिंधु, गुरजीत सिंह जसवीर सिंह गोसल और कोमल शर्मा ने पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस द्वारा दिए गए उस बयान का हार्दिक स्वागत किया है जिसमें प्रिंसिपलों की नियुक्ति के लिए पदोन्नति का कोटा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दिया गया है।

एसएएस नगर 16 अप्रैल- जनरल कैटेगरी वेलफेयर फेडरेशन पंजाब (रजि.) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह और अन्य नेताओं जरनैल सिंह बराड़, जसवीर सिंह गरंग, रणजीत सिंह सिद्धू, सुरिंदर कुमार सैनी, कपिल देव पाराशर, सुदेश कमल शर्मा, प्रदीप सिंह, अमनप्रीत सिंह, दिलबाग सिंह, हरपिंदर सिंह सिंधु, गुरजीत सिंह जसवीर सिंह गोसल और कोमल शर्मा ने पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस द्वारा दिए गए उस बयान का हार्दिक स्वागत किया है जिसमें प्रिंसिपलों की नियुक्ति के लिए पदोन्नति का कोटा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दिया गया है। 
फेडरेशन ने कहा है कि हालांकि यह फैसला बहुत देरी से लिया गया है, लेकिन वे इस देरी से लिए गए फैसले का पुरजोर स्वागत करते हैं। फेडरेशन ने कहा कि 2018 में कांग्रेस सरकार द्वारा इस पदोन्नति कोटे में की गई कटौती निराशाजनक थी। जिसके कारण सैकड़ों लेक्चरर और शिक्षक अपनी पदोन्नति के इंतजार में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। महासंघ पिछले काफी समय से मांग कर रहा था कि 2018 में जो पदोन्नति कोटा कम किया गया था उसे फिर से बढ़ाकर 75% किया जाए।
इस मांग को लेकर महासंघ ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के घर के समक्ष धरना देने का भी ऐलान किया था। जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने इस मांग को मानने का वादा किया था। और उन्होंने जनरल कैटागरी वेलफेयर कमीशन के चेयरमैन व अन्य सदस्यों की नियुक्ति करने का आश्वासन दिया था। उम्मीद है कि जल्द ही यह मांग भी पूरी कर दी जाएगी। महासंघ ने कहा कि अगर मौजूदा शिक्षा मंत्री वाकई इन अध्यापकों का दर्द समझते हैं और वाकई पंजाब में शिक्षा क्रांति लाना चाहते हैं तो इस फैसले को बिना किसी देरी के लागू किया जाना चाहिए। 
उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों से यह फाइल बाबूशाही के कारण लटकी हुई थी। जिसे शिक्षा मंत्री ने व्यक्तिगत रूचि लेते हुए मंजूरी दे दी है। जिसका महासंघ हार्दिक स्वागत करता है। ज्वाइंट एक्शन कमेटी पंजाब के चीफ आर्गेनाइजर श्याम लाल शर्मा, दोआबा जनरल कैटागरी फ्रंट के अध्यक्ष बलबीर सिंह फुगलाना ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। 
सभी वक्ताओं ने मुख्यमंत्री पंजाब और शिक्षा मंत्री पंजाब से मांग की है कि वे निजी हस्तक्षेप करके कार्यालयी अड़चनों को जल्द हल करवाएं ताकि यह आदेश पहले की तरह कार्यालयी फाइलों में ही लटका न रहे। फेडरेशन के प्रेस सचिव जसवीर सिंह गरंग ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी मनीष सुसोधिया के बयान को याद दिलाया है, जिन्होंने कहा था कि अब काम रॉकेट स्पीड से होगा। 
उन्होंने कहा कि इस बयान की गंभीरता इस संबंध में भविष्य में की जाने वाली कार्रवाई से पता चलेगी। फेडरेशन ने मांग की है कि सरकार इस संबंध में जल्द ही नोटिफिकेशन जारी करे। इसके बाद ही स्कूलों में प्रिंसिपलों की नियुक्ति की जाएगी।