
अखिल भारतीय किसान सभा का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।
गढ़शंकर- आज दिनांक 11 अप्रैल 2025 को अखिल भारतीय किसान सभा का स्थापना दिवस तहसील गढ़शंकर के विभिन्न गांवों में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विभिन्न स्थानों पर आयोजित बैठकों को अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य सचिव दर्शन सिंह मट्टू, राज्य उपाध्यक्ष गुरनेक सिंह भज्जल, सुभाष मट्टू, अमरजीत सिंह कुलेवाल, इकबाल सिंह जसोवाल, प्रेम सिंह राणा, हरभजन सिंह अटवाल, कश्मीर सिंह भज्जल, जुझार सिंह मट्टू, जोगा सिंह मट्टू, बख्शीश सिंह दयाल, प्रेम सिंह प्रेमी, रणजोध सिंह, संतोख सिंह भिलोवाल, महिंदर सिंह, परशन सिंह लेहली आदि नेताओं ने संबोधित किया और अपने घरों पर झंडे लगा दिए।
गढ़शंकर- आज दिनांक 11 अप्रैल 2025 को अखिल भारतीय किसान सभा का स्थापना दिवस तहसील गढ़शंकर के विभिन्न गांवों में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विभिन्न स्थानों पर आयोजित बैठकों को अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य सचिव दर्शन सिंह मट्टू, राज्य उपाध्यक्ष गुरनेक सिंह भज्जल, सुभाष मट्टू, अमरजीत सिंह कुलेवाल, इकबाल सिंह जसोवाल, प्रेम सिंह राणा, हरभजन सिंह अटवाल, कश्मीर सिंह भज्जल, जुझार सिंह मट्टू, जोगा सिंह मट्टू, बख्शीश सिंह दयाल, प्रेम सिंह प्रेमी, रणजोध सिंह, संतोख सिंह भिलोवाल, महिंदर सिंह, परशन सिंह लेहली आदि नेताओं ने संबोधित किया और अपने घरों पर झंडे लगा दिए।
राज्य नेता दर्शन सिंह मट्टू, गुरनेक सिंह भज्जल, सुभाष मट्टू ने किसान सभा के गौरवशाली इतिहास के बारे में बात करते हुए कहा कि 1940 में लाहौर मोर्चे ने नए बंदोबस्त के दौरान लगाए गए भारी जजिया कर को माफ करवाया था। 1944 में मोंटगोमरी हाफ एंड हाफ वाट मोर्चा को काश्तकारों ने जीतकर पंजाब में 20 लाख एकड़ जमीन का मालिक काश्तकारों को बनाया था।
अब तक सैकड़ों संघर्ष, खुशहाली के संघर्ष में 142 करोड़ का टैक्स माफ करवाया। अब एसकेएम जिसमें अखिल भारतीय किसान सभा शामिल है, ने तीनों कृषि विरोधी कानून रद्द होने तक संघर्ष जारी रखा। अब मोदी सरकार के अत्याचारों, एपीएमसी राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति ड्राफ्ट और एमएसपी को कानूनी मान्यता दिलाने के लिए संघर्ष जारी है। हम लड़ेंगे, जीतेंगे, जंग जारी रखेंगे।
