
प्रिंसिपल हरभजन सिंह विचार मंच माहिलपुर द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन
माहिलपुर - श्री गुरु गोबिंद सिंह खालसा कॉलेज माहिलपुर के संस्थापक प्रिंसिपल हरभजन सिंह जी की याद में प्रो. हरभजन सिंह जी की याद में एक भव्य कलात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका आयोजन प्रधान हरभजन सिंह विचार मंच माहलपुर द्वारा अजीत लंगेरी के नेतृत्व में किया गया। गदरी बाबा हरजाप सिंह कांफ्रेंस हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के प्रमुख लेखक एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता एडवोकेट राजविंदर सिंह बैंस उपस्थित रहे।
माहिलपुर - श्री गुरु गोबिंद सिंह खालसा कॉलेज माहिलपुर के संस्थापक प्रिंसिपल हरभजन सिंह जी की याद में प्रो. हरभजन सिंह जी की याद में एक भव्य कलात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका आयोजन प्रधान हरभजन सिंह विचार मंच माहलपुर द्वारा अजीत लंगेरी के नेतृत्व में किया गया। गदरी बाबा हरजाप सिंह कांफ्रेंस हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के प्रमुख लेखक एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता एडवोकेट राजविंदर सिंह बैंस उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में उन्होंने माहिलपुर की यादों को ताजा किया और देश की आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक व्यवस्था पर भी चिंता जताई। उन्होंने आगे कहा कि इन सभी संस्थाओं को ईमानदार नेताओं की जरूरत है। जिसके लिए आम जनता को कदम उठाना चाहिए। प्रसिद्ध कवि सुखविंदर अमृत ने अपनी गजलों, कविताओं और गीतों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
होशियारपुर के प्रसिद्ध गायक प्रोफेसर बलराज ने सुरजीत पातर की गजलों से अपना गायन कैरियर शुरू किया और प्रोफेसर दीदार सिंह दीदार की रचनाओं से शिखर पर पहुंचे। जब उन्होंने गजल 'इंज गमन ने कोई जान जान साल, जाते कारण कच्ची मिर्च साल' पेश की तो श्रोता तालियों से गूंज उठे।
खालसा कॉलेज माहिलपुर के प्रिंसिपल डॉ. परविंदर सिंह ने लोगों को शिक्षा के नाम पर खुली दुकानों से दूर रहने की सलाह दी और मिशनरी संस्थाओं से जुड़ने की अपील की। उन्होंने बुद्धिजीवियों और देशभक्त नेताओं से अपील की कि वे पंजाब और देश को बौद्धिक दरिद्रता से बचाने के लिए आगे आएं। कॉलेज के बेहतरीन माहौल की प्रशंसा करते हुए बीए पार्ट वन के छात्र हरवीर मान और एमए की छात्रा साधना ने अपने विचार व्यक्त किए।
निक्कियां करुंबलां के संपादक एवं बाल साहित्य लेखक बलजिंदर मान ने मंच का संचालन करते हुए प्रिंसिपल हरभजन सिंह के योगदान की विशेष रूप से चर्चा की। स्नातकोत्तर पंजाबी विभाग के प्रमुख डॉ. जे.बी. सेखों ने मौजूदा समय में खालसा कॉलेज माहिलपुर द्वारा हासिल की गई उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सिख एजुकेशनल काउंसिल और प्रिंसिपल के कुशल नेतृत्व की सराहना की। रोशनजीत सिंह पनम ने खेल जगत में इस कॉलेज के योगदान पर चर्चा करते हुए कहा कि एशियाई और ओलंपिक खेलों में जिन फुटबॉल खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, वे इसी कॉलेज की देन हैं।
प्रो. सिमर मानक द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स की प्रदर्शनी उनके जीवन साथी प्रो. गुरमन सिंह के सहयोग से आयोजित की गई थी। इन चित्रों को देखकर दर्शकों ने अपना कलात्मक स्तर बढ़ाया। इन प्रबंधों को शानदार ढंग से संचालित करने में प्रो. दलविंदर अजीत, प्रो. तजिंदर सिंह, तलविंदर हीर, बब्बू महिलपुरी, सरपंच बलविंदर सिंह, बलजिंदर मान, परमजीत कातिब, रघुवीर सिंह कलोया और सुखमन सिंह आदि ने विशेष भूमिका निभाई।
इस अवसर पर प्रिंसिपल सुरजीत सिंह, सुरिंदर पाल झाल, विजय बम्बाली, गुरमिंदर कैंडोवाल, चंचल सिंह बैंस, बंत सिंह बैंस, बलदेव सिंह बंगा, सुखदेव नडालों, प्रो. विक्रम चंदेल, बलजीत सिंह बैंस, सोनिया कपूर, शमी कपूर, प्रिंसिपल सुखचैन सिंह सहित विद्यार्थी, अध्यापक, अभिभावक, खिलाड़ी व खेल प्रमोटर उपस्थित थे।
