महायज्ञ के दौरान भारी हंगामा, पथराव के बाद फायरिंग... 3 लोग घायल, 1 की हालत गंभीर

कुरुक्षेत्र, 22 मार्च - कुरुक्षेत्र के केशव पार्क में चल रहे 1000 कुंडीय यज्ञ समारोह के दौरान अफरा-तफरी मच गई। यज्ञ कार्यक्रम के आयोजक स्वामी हरिओम दास के निजी सुरक्षाकर्मियों पर तीन लोगों को गोली मारने का आरोप है। गोली लगने से घायल हुए तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।

कुरुक्षेत्र, 22 मार्च - कुरुक्षेत्र के केशव पार्क में चल रहे 1000 कुंडीय यज्ञ समारोह के दौरान अफरा-तफरी मच गई। यज्ञ कार्यक्रम के आयोजक स्वामी हरिओम दास के निजी सुरक्षाकर्मियों पर तीन लोगों को गोली मारने का आरोप है। गोली लगने से घायल हुए तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, महायज्ञ में शामिल होने आए कुछ युवकों ने बासी भोजन परोसे जाने की शिकायत की, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया। विवाद के दौरान महायज्ञ के आयोजक हरिओम दास के सुरक्षा गार्ड ने गोली चला दी, जिसमें तीन युवक घायल हो गए।
आशीष तिवारी नामक युवक को गंभीर हालत में लोकनायक जयप्रकाश सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना से गुस्साए एक जाति विशेष के लोगों ने महायज्ञ स्थल के बाहर कुरुक्षेत्र-कैथल मार्ग जाम कर दिया और पथराव किया।
प्रदर्शनकारियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस ने संयम दिखाया और जाम खुलवाने का प्रयास किया। फिलहाल घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है और स्थिति को नियंत्रण में ले लिया गया है। हालाँकि, माहौल अभी भी तनावपूर्ण है। पुलिस ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और घटना की जांच शुरू कर दी है।
यह महान यज्ञ 18 मार्च को शुरू हुआ था और 27 मार्च तक चलना था। इसलिए 1008 कुण्डीय यज्ञशालाएं बनाई गईं। इस महान यज्ञ में प्रतिदिन 1,00,000 आहुतियां दी जाती थीं। इस घटना का मुख्य साजिशकर्ता हरिओम दास है, जिसे यज्ञ सम्राट के नाम से जाना जाता है। अब तक वे देश भर के 24 राज्यों में 101 महायज्ञों का आयोजन कर चुके हैं। उनका संकल्प पूरे भारत में 108 महायज्ञ आयोजित करने का है। 18 मार्च को कुरुक्षेत्र में शुरू हुआ महायज्ञ 102वां ऐसा आयोजन है। इस महायज्ञ में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडोली, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी सुमन सैनी और पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा जैसे कई बड़े नेता शामिल हो चुके हैं।