जिला मैजिस्ट्रेट ने ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए जारी किए आदेश, ध्वनि/ध्वनि प्रदूषण पर लगाई रोक

होशियारपुर- जिला मैजिस्ट्रेट-कम-डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन द्वारा भारतीय नागरिक सुरक्षा अधिनियम 2023 की धारा 163 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों के तहत जारी किए गए आदेश के अनुसार जिले में किसी भी प्रकार के ध्वनि प्रदूषण/अत्यधिक शोर मचाने वाले उपकरणों, संगीत वाद्ययंत्रों तथा किसी भी प्रकार के ध्वनि प्रदूषण, शोर, धमकी पर रोक रहेगी। यह प्रतिबंध केवल पटाखों और रंग पैदा करने वाली आतिशबाजी पर ही लागू नहीं होगा।

होशियारपुर- जिला मैजिस्ट्रेट-कम-डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन द्वारा भारतीय नागरिक सुरक्षा अधिनियम 2023 की धारा 163 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों के तहत जारी किए गए आदेश के अनुसार जिले में किसी भी प्रकार के ध्वनि प्रदूषण/अत्यधिक शोर मचाने वाले उपकरणों, संगीत वाद्ययंत्रों तथा किसी भी प्रकार के ध्वनि प्रदूषण, शोर, धमकी पर रोक रहेगी। यह प्रतिबंध केवल पटाखों और रंग पैदा करने वाली आतिशबाजी पर ही लागू नहीं होगा। 
इसी प्रकार किसी भी प्रकार के प्रेशर हार्न, अलग-अलग संगीत तथा किसी भी प्रकार के ध्वनि प्रदूषण, शोर, धमकी, वाहनों आदि में अत्यधिक शोर करने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। केवल सरकार द्वारा निर्धारित हार्न जो ध्वनि प्रदूषण से मुक्त हों, निर्धारित मात्रा में बजाए जा सकेंगे। इसके अलावा किसी भी गैर सरकारी भवन, व्यवसायिक दुकानें, सार्वजनिक स्थान, सिनेमा, मॉल, होटल, रेस्टोरेंट व मेला आदि में तेज आवाज में व अश्लील संगीत व गाने बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। 
मंत्रालय, वन, अस्पताल, शैक्षणिक संस्थान, न्यायालय, धार्मिक संस्थान या सक्षम प्राधिकारी द्वारा साइलेंस जोन घोषित किसी भी क्षेत्र जैसे साइलेंस जोन के 100 मीटर के दायरे में आतिशबाजी/पटाखे/लाउड स्पीकर/प्रेशर हार्न व शोर मचाने वाले उपकरणों के प्रयोग/स्थापना पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इसी प्रकार विशेष परिस्थितियों व अवसरों के दौरान धार्मिक स्थानों/पंडालों में लाउड स्पीकर तथा अधिकृत मैरिज पैलेसों में डीजे/आर्केस्ट्रा संबंधित उप-मंडल मजिस्ट्रेट की लिखित अनुमति के बिना पंजाब इंस्ट्रूमेंट्स (शोर नियंत्रण) एक्ट, 1956 में वर्णित शर्तों के साथ संचालित नहीं किए जाएंगे। 
जारी आदेश के अनुसार संबंधित उप-मंडल मजिस्ट्रेट से आवश्यक मंजूरी लेने के बावजूद माननीय सर्वोच्च न्यायालय भारत द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार किसी भी स्थान पर किसी भी व्यक्ति द्वारा संचालित किए जा रहे लाउड स्पीकर/डीजे/संगीत वाद्ययंत्र/एड्रेस सिस्टम आदि की शोर सीमा संबंधित स्थान की शोर मानक सीमा निर्धारित की गई है|
 जिसके तहत औद्योगिक प्रतिष्ठानों में दिन के दौरान 75 डीबी(ए) और रात के दौरान 70 डीबी(ए), व्यापारिक क्षेत्रों में दिन के दौरान 65 और रात को 55, रिहायशी क्षेत्रों में दिन के दौरान 55 और रात को 45 तथा शांत क्षेत्रों में दिन के दौरान 50 डीबी(ए) और रात को 40 डीबी(ए) से अधिक नहीं होगी। इस प्रतिबंध का दिन का समय यानि सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक है। सरकारी मशीनरी और आपातकालीन स्थिति में यह आदेश लागू नहीं होगा। यह आदेश 7 मई 2025 तक लागू रहेगा।