
संयुक्त किसान मोर्चा के संगठनों ने कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह के कार्यालय के समक्ष दिया धरना
होशियारपुर- संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा दिए गए कार्यक्रम के अनुसार बड़ी संख्या में संयुक्त किसान मोर्चा के संगठनों ने कैबिनेट मंत्री पंजाब डॉ. रवजोत सिंह के कार्यालय के समक्ष धरना दिया। इनका नेतृत्व पवित्र सिंह धुग्गा, बीकेयू (कादियां) से सतपाल सिंह डडियाना, जम्हूरी किसान सभा पंजाब से दविंदर सिंह कक्कों, कुल हिंद किसान सभा से कामरेड गुरमेश सिंह, मास्टर शिंगारा सिंह मकीमपुर और बीकेयू (एकता उगराहां) से राजिंदर सिंह आजाद ने किया।
होशियारपुर- संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा दिए गए कार्यक्रम के अनुसार बड़ी संख्या में संयुक्त किसान मोर्चा के संगठनों ने कैबिनेट मंत्री पंजाब डॉ. रवजोत सिंह के कार्यालय के समक्ष धरना दिया। इनका नेतृत्व पवित्र सिंह धुग्गा, बीकेयू (कादियां) से सतपाल सिंह डडियाना, जम्हूरी किसान सभा पंजाब से दविंदर सिंह कक्कों, कुल हिंद किसान सभा से कामरेड गुरमेश सिंह, मास्टर शिंगारा सिंह मकीमपुर और बीकेयू (एकता उगराहां) से राजिंदर सिंह आजाद ने किया।
किसानों ने मांग की कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति का मसौदा वापस ले, पंजाब सरकार अन्य राज्यों की सरकारों से बातचीत करके राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति के मसौदे को वापस लेने के लिए माहौल बनाए, बेदखल किसानों की बेदखली बंद की जाए, भारत माला व अन्य परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण करने पर 2013 के कानून के अनुसार मुआवजा दिया जाए और बेदखली भत्ता भी दिया जाए।
यह भी मांग की गई कि गेहूं व धान की जगह बासमती, मक्का, मूंग, मटर, आलू व गोभी की फसलों को एमएसपी दी जाए ताकि पंजाब का पानी बचाया जा सके। किसानों ने मांग की कि दिल्ली किसान आंदोलन में शहीद हुए किसान मजदूरों के परिवारों को मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए, पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा 19 दिसंबर 2023 को मानी गई मांगों को लागू किया जाए, गन्ना किसानों का बकाया भुगतान किया जाए, पंजाब सरकार अपना हिस्सा दे, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 रद्द की जाए, चिप मीटर लगाना बंद किया जाए व अन्य कई मांगें उठाई गई।
इस समय डेमोक्रेटिक किसान सभा से मंजीत सिंह बाजवा, प्रद्युमन सिंह, ऊंकार सिंह कक्कों, जगतार सिंह, तीरथ सिंह लंबरदार, तरलोचन सिंह सटोर और सतपाल सिंह चब्बेवाल, धनपत, बलविंदर सिंह, जोगिंदर लाल भट्टी, बी.के.यू. एकता उगराहा से जसवन्त सिंह लंबरा, जसवीर सिंह चकोवाल, प्यारा सिंह लूदा, राजिंदर पाल सिंह कोटला, राजिंदर सिंह हैप्पी, तरलोक सिंह मनी, गुरविंदर सिंह ब्लॉक-1, परमजीत सिंह ब्लॉक भूंगा, सरनागर सिंह सलाहकार और अन्य साथी उपस्थित थे।
वक्ताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा 5 मार्च को चंडीगढ़ धरने को रोकने के लिए किसान नेताओं को गिरफ्तार करने और किसानों को रोकने के लिए पुलिस बल तैनात करने सहित इस्तेमाल किए गए अलोकतांत्रिक तरीकों की कड़ी निंदा की।
उन्होंने आम आदमी पार्टी के कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह से पुरजोर मांग की कि पंजाब के मुख्यमंत्री पंजाब के किसानों और लोगों के साथ टकराव की बजाय बातचीत का माहौल बनाएं और एसकेएम के नेताओं के साथ बैठकर किसान-मजदूर मुद्दों को तुरंत हल करें। अंत में साथी परमजीत सिंह कालकट ने साथियों का आने के लिए धन्यवाद किया।
