
एन.सी.डी. की शीघ्र पहचान पर ध्यान देना जरूरी-डॉ. गुरिंदरजीत सिंह
नवांशहर- सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदरजीत सिंह के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मनदीप कमल के नेतृत्व में सिविल सर्जन कार्यालय में आयुष्मान आरोग्य केंद्र के मेडिकल अफसरों और क्लीनिकल असिस्टेंट को एन.सी.डी. के तहत प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए बड़े प्रयास कर रही है।
नवांशहर- सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदरजीत सिंह के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मनदीप कमल के नेतृत्व में सिविल सर्जन कार्यालय में आयुष्मान आरोग्य केंद्र के मेडिकल अफसरों और क्लीनिकल असिस्टेंट को एन.सी.डी. के तहत प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए बड़े प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में शुरू की गई पहलों में कम्युनिटी बेस्ड असेसमेंट चेकलिस्ट (सी-वैक) एक ऑनलाइन फॉर्म है, जो उन लोगों की पहचान करने में मदद करता है, जिन्हें गैर संचारी रोगों का खतरा है। उन्होंने कहा कि इस फॉर्म का इस्तेमाल क्लीनिकल असिस्टेंट, कम्युनिटी हेल्थ अफसर और आशा वर्कर करते हैं।
उन्होंने आयुष्मान आरोग्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारियों और क्लीनिकल सहायकों को निर्देश दिए कि वे गैर-संचारी रोगों से निपटने के लिए राष्ट्रव्यापी जांच अभियान के सफल कार्यान्वयन के लिए अपना उचित सहयोग दें। उन्होंने कहा कि यह जांच ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, आम आदमी क्लीनिकों, आयुष्मान आरोग्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला अस्पतालों, उप-मंडल अस्पतालों में आशा, एएनएम, एमपीएचडब्ल्यू और सीएचओ सहित प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह अभियान 30 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए स्क्रीनिंग कार्यक्रम के राष्ट्रव्यापी शुभारंभ की तर्ज पर शुरू किया गया है। यह अभियान प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं में जनसंख्या जांच के माध्यम से आम एनसीडी की प्रारंभिक पहचान पर केंद्रित है। डॉ. गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि हमें रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर, हृदयाघात और गुर्दे की बीमारियों जैसी गैर-संचारी बीमारियों से डरना नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें रोकने के लिए हमें स्वस्थ जीवन शैली अपनानी चाहिए और तुरंत उपचार के उपाय करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि गैर-संचारी रोग आमतौर पर दीर्घकालिक रोग होते हैं, जिन्हें ठीक होने में समय लगता है। इस अवसर पर जिला निगरानी एवं मूल्यांकन अधिकारी गुरप्रीत सिंह ने गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए पंजाब सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने आयुष्मान आरोग्य केंद्र के मेडिकल अफसरों और क्लीनिकल सहायकों को ऑनलाइन सी-वैक फार्म भरने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर जिला समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी दलजीत सिंह, उप समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी तरसेम लाल और स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
