पशुपालन मंत्री ने अधिकारियों को महीने के अंत तक पशुधन की गणना पूरी करने के निर्देश दिए

एसएएस नगर/चंडीगढ़, 5 फरवरी: पंजाब के पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन मंत्री स. गुरमीत सिंह खुदियां ने बुधवार को विभाग के अधिकारियों को फरवरी 2025 के अंत तक चल रही 21वीं पशुधन गणना पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने पशुओं की नस्लों और अन्य विशेषताओं के आधार पर उनकी संख्या के बारे में त्रुटिहीन डेटा संग्रह के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह व्यापक क्षेत्र सर्वेक्षण एक महत्वपूर्ण कसौटी के रूप में काम करेगा, जो पशुधन क्षेत्र की वर्तमान स्थिति को उजागर करेगा

एसएएस नगर/चंडीगढ़, 5 फरवरी: पंजाब के पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन मंत्री स. गुरमीत सिंह खुदियां ने बुधवार को विभाग के अधिकारियों को फरवरी 2025 के अंत तक चल रही 21वीं पशुधन गणना पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने पशुओं की नस्लों और अन्य विशेषताओं के आधार पर उनकी संख्या के बारे में त्रुटिहीन डेटा संग्रह के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह व्यापक क्षेत्र सर्वेक्षण एक महत्वपूर्ण कसौटी के रूप में काम करेगा, जो पशुधन क्षेत्र की वर्तमान स्थिति को उजागर करेगा और भविष्य की योजना के लिए मंच तैयार करेगा, इसके अलावा, सूचित निर्णय लेने और पूरे क्षेत्र में स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने में मदद करेगा। 
पंजाब राज्य किसान एवं खेत मजदूर आयोग के चेयरमैन डॉ. सुखपाल सिंह के साथ एस. गुरमीत सिंह खुडियां ने पशुपालन अधिकारियों के साथ सेक्टर-68, एसएएस नगर (मोहाली) में पशुधन परिसर में चल रही परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को अगले सप्ताह से राज्य में लम्पी स्किन डिजीज (एलएसडी) के खिलाफ बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू करने का भी आदेश दिया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इस घातक बीमारी से बचाव के लिए सभी 25 लाख मवेशियों को टीका लगाने के लिए पर्याप्त संख्या में बकरी चेचक के टीके खरीदे हैं। 
एस. गुरमीत सिंह खुडियां ने पटियाला, अमृतसर, श्री मुक्तसर साहिब, संगरूर, गुरदासपुर और लुधियाना में छह पशु चिकित्सा पॉलीक्लिनिकों में शुरू की जाने वाली इनडोर सेवाओं की आगामी परियोजना की स्थिति का भी जायजा लिया। ये पॉलीक्लिनिक पालतू जानवरों और पशुओं के लिए तीव्र बीमारी प्रबंधन, सर्जरी, ऑपरेशन के बाद की देखभाल, लैब टेस्ट, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड सुविधाओं सहित कई तरह की इनडोर सेवाएं प्रदान करेंगे।
 उन्होंने डिप्टी डायरेक्टरों को कहा कि वे प्रत्येक जिले से उन किसानों की सफलता की कहानियां प्राप्त करें, जो पशुपालन विभाग की सेवाओं से लाभान्वित हुए हैं, ताकि अन्य किसान भी इससे प्रोत्साहित हों। पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव श्री राहुल भंडारी ने कैबिनेट मंत्री को अवगत कराया कि राज्य में पहली बार पशुपालन क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को ध्यान में रखा जा रहा है और कुल 16 विभिन्न प्रजातियों के पशुओं और मुर्गियों की गणना की जा रही है। मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से डिजिटल तरीके से डेटा एकत्र किया जा रहा है। गणनाकारों ने पहले ही 35.36 लाख से अधिक घरों को कवर कर लिया है, जिसका लक्ष्य 64.78 लाख से अधिक अनुमानित घरों को कवर करना है। 
उन्होंने बताया कि पिछली जनगणना के दौरान कुल 45,51,483 घरों को कवर किया गया था। पशु पालन विभाग के निदेशक डॉ. जीएस बेदी ने कैबिनेट मंत्री स. गुरमीत सिंह खुड्डियां को भरोसा दिलाया कि चल रहा फील्ड सर्वेक्षण निर्धारित समय में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग पशुओं के इलाज के साथ-साथ विभिन्न बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण सहित निवारक उपायों के मामले में बेहतरीन काम कर रहा है। उच्च स्तरीय बैठक में पशु पालन विभाग के सभी जिला प्रमुखों और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।