
जिले में पराली प्रबंधन मशीनों के लिए अब तक 12.68 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा चुकी है
साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 29 जनवरी, 2025: चालू वित्त वर्ष के दौरान साहिबजादा अजीत सिंह नगर जिले में पराली प्रबंधन मशीनों की खरीद के लिए 3.57 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है। यह जानकारी देते हुए डिवीजनल मजिस्ट्रेट मोहाली श्रीमती दमनदीप कौर ने बताया कि इस साल जिले में 191 पराली प्रबंधन मशीनें दी गई हैं।
साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 29 जनवरी, 2025: चालू वित्त वर्ष के दौरान साहिबजादा अजीत सिंह नगर जिले में पराली प्रबंधन मशीनों की खरीद के लिए 3.57 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है। यह जानकारी देते हुए डिवीजनल मजिस्ट्रेट मोहाली श्रीमती दमनदीप कौर ने बताया कि इस साल जिले में 191 पराली प्रबंधन मशीनें दी गई हैं।
उन्होंने बताया कि साल 2018 से अब तक जिले में 1369 पराली प्रबंधन मशीनें सब्सिडी पर दी जा चुकी हैं, जिनके लिए 12.68 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी की गई है। ये मशीनें केंद्र और पंजाब सरकार द्वारा साझेदारी में क्रमशः 60 और 40 प्रतिशत की सब्सिडी के साथ प्रदान की जाती हैं। यह मशीनरी व्यक्तिगत किसानों को 50 प्रतिशत की सब्सिडी पर और समूहों, पंचायतों और सहकारी समितियों को 80 प्रतिशत की सब्सिडी पर प्रदान की जाती है।
आज विकास कार्यों और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा के लिए मासिक बैठक के दौरान, एसएएस नगर के मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. गुरमेल सिंह ने उन्हें बताया कि सरकार वर्ष 2018-19 से धान की पराली के प्रबंधन के लिए फसल अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) योजना के तहत व्यक्तियों को 50% और कस्टम हायरिंग केंद्रों को 80% मशीनरी सब्सिडी प्रदान कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2018-19 के दौरान जिले में पराली में आग लगाने की कुल 216 घटनाएं सामने आईं, जो जिला प्रशासन और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अथक प्रयासों के कारण इस वर्ष 2024-25 के दौरान केवल 40 दर्ज की गई हैं।
उन्होंने बताया कि पराली की गांठें बनाने के लिए बेलर/रेक तथा पराली को खेत में मिलाने के लिए सुपर सीडर, रिवर्स हैरो, हैप्पी सीडर, चॉपर, मल्चर आदि मशीनें भारत सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई गई हैं। मुख्य कृषि अधिकारी एस.ए.एस. नागर ने बताया कि जिले के जिन गांवों में खेत ऊंचे-नीचे हैं तथा जिन खेतों में पराली प्रबंधन के लिए बेलर/रेक मशीनों को काम करने में दिक्कत आ रही है, उन गांवों में अन्य वैकल्पिक मशीनों का प्रबंध किया जाएगा तथा पराली का उचित प्रबंधन किया जाएगा। इस बैठक में उपमंडल मजिस्ट्रेट डेराबस्सी अमित गुप्ता भी उपस्थित थे।
