
सिविल एवं पुलिस प्रशासन ने नशा जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया
होशियारपुर- सिविल एवं पुलिस प्रशासन होशियारपुर ने संपर्क अभियान एवं 'मिशन होशियार' के अंतर्गत स्कूल शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जेम्स कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल में नशा जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में जिले के हाई एवं सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लगभग 500 मुख्याध्यापकों एवं प्रिंसिपलों ने भाग लिया।
होशियारपुर- सिविल एवं पुलिस प्रशासन होशियारपुर ने संपर्क अभियान एवं 'मिशन होशियार' के अंतर्गत स्कूल शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जेम्स कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल में नशा जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में जिले के हाई एवं सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लगभग 500 मुख्याध्यापकों एवं प्रिंसिपलों ने भाग लिया।
सेमिनार के दौरान डिप्टी कमिश्नर एवं एसएसपी ने जिलावासियों से अपील की कि वे नशा उन्मूलन अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं तथा जिला प्रशासन का सहयोग करें। डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं को नशे से बचाने में स्कूलों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का चरित्र निर्माण स्कूल से ही शुरू होता है। उन्होंने 'मिशन होशियार' के अंतर्गत नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने एवं ठोस कदम उठाने के प्रशासनिक प्रयासों की जानकारी साझा की।
उन्होंने अध्यापकों से भी अपील की कि वे विद्यार्थियों को उनके विषयों के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की शिक्षा भी दें। कोमल मित्तल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में 2 नशा मुक्ति केंद्र, एक पुनर्वास केंद्र और 15 ओएटी केंद्र चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन इन केंद्रों के माध्यम से नशे की लत में फंसे अधिक से अधिक युवाओं के पुनर्वास के लिए काम कर रहा है। एसएसपी सुरेंद्र लांबा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और डीजीपी गौरव यादव के दिशा-निर्देशों पर नशे के खिलाफ सीधा संपर्क अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने स्कूल प्रमुखों को इस लड़ाई की अहम कड़ी बताया।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नशा तस्करों की जानकारी जिला पुलिस को उपलब्ध कराएं। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 95016-60318, कंट्रोल रूम नंबर 01882-247506, 75290-30100 और सुरक्षित पंजाब नशा हेल्पलाइन नंबर 97791-00200 जारी किए गए हैं। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि जानकारी को पूरी तरह गोपनीय रखते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने कहा कि जिला पुलिस विशेषज्ञों की मदद से जिला स्तरीय पुनर्वास केंद्रों में त्रिस्तरीय रणनीति के तहत काम कर रही है।
इसका उद्देश्य नशे की रोकथाम, क्रियान्वयन और पुनर्वास सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही उन्होंने सड़क सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, सुरक्षित स्कूल वाहन, गुड टच-बैड टच और स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना जैसे विषयों पर भी चर्चा की। इस दौरान नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र की मनोवैज्ञानिक संदीप कुमारी ने भी स्कूल प्रिंसिपलों से चर्चा की। उन्होंने नशे से जुड़े मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर एसपी मनोज ठाकुर, सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) ललिता अरोड़ा, उप चिकित्सा आयुक्त डॉ. हरबंस कौर, उप जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) धीरज वशिष्ट, चिकित्सा अधिकारी डॉ. मेहता, जेम्स कैंब्रिज स्कूल के वाइस प्रिंसिपल जसजीत मुंडी, विजय भट्टी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।
