होशियारपुर से गढ़शंकर तक सड़क को दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए 8.21 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं- डिप्टी कमिश्नर

होशियारपुर- डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि जिले में 31 जनवरी तक बड़े स्तर पर राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह मनाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, जिसका थीम 'केयर' या 'देखभाल' है। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में कमी लाने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ी योजना बनाई है। सड़क सुरक्षा को लेकर विभिन्न विभागों और हितधारकों के सहयोग से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। खास तौर पर वाहन चालकों, पैदल चलने वालों और अन्य यातायात में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए।

होशियारपुर- डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि जिले में 31 जनवरी तक बड़े स्तर पर राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह मनाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, जिसका थीम 'केयर' या 'देखभाल' है। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में कमी लाने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ी योजना बनाई है। सड़क सुरक्षा को लेकर विभिन्न विभागों और हितधारकों के सहयोग से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। खास तौर पर वाहन चालकों, पैदल चलने वालों और अन्य यातायात में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए।
 डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि सड़क पर मार्किंग, साइनबोर्ड लगाने और दुर्घटना संभावित स्थानों (ब्लैक स्पॉट) की मरम्मत के लिए 1.50 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। पीडब्ल्यूडी (पुल एवं सडक़ें) होशियारपुर के एक्सियन को 8 लाख 21 हजार रुपए जारी किए गए हैं। इस फंड से होशियारपुर से गढ़शंकर तक चंडीगढ़ रोड का काम करवाकर सडक़ को दुर्घटना मुक्त बनाने की पहल की गई है। उन्होंने कहा कि यह पहल सडक़ सुरक्षा के क्षेत्र में पंजाब को अग्रणी बनाने की दिशा में एक कदम है। 
उन्होंने कहा कि जिले में सडक़ों की मरम्मत, ब्लैक स्पॉट की पहचान व सुधार, सडक़ संकेत व सडक़ मार्किंग का काम प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। जिले में ब्लैक स्पॉट की संख्या 44 से घटकर 23 रह गई है और सडक़ हादसों में 43 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) रविंदर सिंह गिल ने कहा कि सडक़ इंजीनियरिंग ऑडिट के लिए स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेजों को नोडल एजेंसी बनाया गया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया, समाचार पत्रों व जनसभाओं के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है। 
उन्होंने कहा कि तेज गति से वाहन चलाने, नशे में वाहन चलाने और हेलमेट व सीट बेल्ट न पहनने के खतरों के बारे में बताया जा रहा है। स्कूलों व कॉलेजों के विद्यार्थियों को विशेष रूप से जागरूक किया जा रहा है। आरटीओ ने बताया कि तेज गति से वाहन चलाने, गलत साइड में वाहन चलाने और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग सख्त कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा माह के दौरान सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संदीप भारती ने बुधवार रात को ट्रैक्टर-ट्रॉली और ऑटो रिक्शा जैसे तेज गति से चलने वाले वाहनों के पीछे रिफ्लेक्टर टेप लगाई ताकि धुंध के दौरान हादसों को रोका जा सके। 
इसके अलावा उन्होंने और उनकी टीम ने रात के समय ओवरलोड और तेज गति से चलने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की और 17 वाहनों के चालान भी किए। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने सड़क सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक से लैस विशेष सड़क सुरक्षा बल और सड़क सुरक्षा लैब स्थापित की हैं। इसके परिणामस्वरूप राज्य में सड़क हादसों और मौतों में कमी आई है।