
एक प्रतिष्ठित पूर्व छात्र की स्मृति में, उनके बेटे ने PEC छात्रों के लिए ₹30 लाख की छात्रवृत्ति निधि शुरू की
चंडीगढ़: 27 दिसंबर 2024- पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ ने 27 दिसंबर 2024 को एक समझौता ज्ञापन (एम ओ यू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता श्री संजय बेरी, स्वर्गीय इंजीनियर भीषम कुमार बेरी (1962 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग से स्नातक) के पुत्र के साथ किया गया। इस समझौते के तहत "श्री. भीषम कुमार बेरी और श्रीमती सुदेश बेरी छात्रवृत्ति" की स्थापना की गई है, जिसके लिए ₹30 लाख का उदार योगदान दिया गया है।
चंडीगढ़: 27 दिसंबर 2024- पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ ने 27 दिसंबर 2024 को एक समझौता ज्ञापन (एम ओ यू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता श्री संजय बेरी, स्वर्गीय इंजीनियर भीषम कुमार बेरी (1962 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग से स्नातक) के पुत्र के साथ किया गया। इस समझौते के तहत "श्री. भीषम कुमार बेरी और श्रीमती सुदेश बेरी छात्रवृत्ति" की स्थापना की गई है, जिसके लिए ₹30 लाख का उदार योगदान दिया गया है।
यह समझौता ज्ञापन पीईसी के निदेशक प्रो. राजेश कुमार भाटिया, प्रो. राजेश कांडा (हेड, एलुमनाई, कॉर्पोरेट एंड इंटरनेशनल रिलेशन्स), डॉ. जिम्मी करलूपिया (प्रोफेसर-इन-चार्ज, एलुमनाई, कॉर्पोरेट एंड इंटरनेशनल रिलेशन्स) और श्रीमती प्रियंका की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
यह छात्रवृत्ति हर साल एक योग्य और जरूरतमंद छात्र को ₹1,76,000 की पूर्ण ट्यूशन फीस प्रदान करेगी। पहली छात्रवृत्ति 2025 में 2025-2029 बैच के एक छात्र के लिए शुरू होगी, जो चार साल के बी.टेक पाठ्यक्रम के दौरान उपलब्ध रहेगी। अगली छात्रवृत्ति 2029 में नए बैच के लिए शुरू होगी।
पेक के निदेशक प्रो. राजेश कुमार भाटिया ने इस पहल के लिए संजय बेरी जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, कि पूर्व छात्रों का इस तरह का योगदान न केवल छात्रों के जीवन में बड़ा बदलाव लाता है, बल्कि संस्थान और पूर्व छात्रों के बीच संबंधों को और मजबूत करता है।
प्रो. राजेश कांडा , जो स्वयं पीईसी के पूर्व छात्र हैं, ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, कि इस प्रकार के कदम छात्रों के लिए प्रेरणास्त्रोत होते हैं और पूरे पीईसी समुदाय को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
श्री संजय बेरी ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, कि उनके पिता के नाम पर यह छात्रवृत्ति शुरू करना उनके परिवार के लिए गर्व और सम्मान की बात है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया, कि वे पीईसी के साथ इस संबंध को और प्रगाढ़ करने के लिए भविष्य में और भी प्रयास करेंगे।
यह समझौता पीईसी और उसके पूर्व छात्रों के बीच अटूट बंधन को दर्शाता है और यह प्रेरित करता है कि सामूहिक प्रयासों से न केवल छात्रों को लाभ मिलता है, बल्कि संस्थान की उत्कृष्टता को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है।
