
थाना माहिलपुर पुलिस ने दुकान से भारी मात्रा में कॉपीराइट का सामान जब्त कर थाने में जला दिया।
गढ़शंकर, 26 दिसंबर (बलवीर चोपड़ा) 24 दिसंबर मंगलवार को दोपहर करीब 2 बजे चंडीगढ़ से एक टीम सफेद रंग की थार गाड़ी नंबर पीबी-71-ए-9170 में माहिलपुर शहर के जेजों रोड पर नकली खेल का सामान बेचने वालों को पकड़ने के लिए पहुंची। पुलिस को सूचना देने के बाद पुलिस के साथ एक मशहूर खेल की दुकान पर छापा मारा गया।
गढ़शंकर, 26 दिसंबर (बलवीर चोपड़ा) 24 दिसंबर मंगलवार को दोपहर करीब 2 बजे चंडीगढ़ से एक टीम सफेद रंग की थार गाड़ी नंबर पीबी-71-ए-9170 में माहिलपुर शहर के जेजों रोड पर नकली खेल का सामान बेचने वालों को पकड़ने के लिए पहुंची। पुलिस को सूचना देने के बाद पुलिस के साथ एक मशहूर खेल की दुकान पर छापा मारा गया। छापेमारी के दौरान ब्रॉड प्रोटेक्टर प्राइवेट लिमिटेड की टीम ने एक खेल की दुकान से बड़ी और मशहूर कंपनियों के नकली फुटबॉल और बैडमिंटन रैकेट भारी मात्रा में बरामद किए। ब्रॉड प्रोटेक्टर प्राइवेट लिमिटेड की टीम भारी मात्रा में सामान को थाना माहिलपुर ले गई। और पुलिस द्वारा जब्त किए गए भारी मात्रा में सामान को थाने में जला दिया गया। जानकारी के अनुसार माहिलपुर के जेजों रोड पर ब्रॉड प्रोटेक्टर प्राइवेट लिमिटेड चंडीगढ़ की टीम ने माहिलपुर थाने को सूचित करने के बाद पुलिस के साथ मिलकर एक मशहूर स्पोर्ट्स की दुकान पर छापेमारी की।
जिस दौरान टीम द्वारा भारी मात्रा में नकली फुटबॉल और बैडमिंटन रैकेट बरामद किए गए। इस मामले को कवर करने पहुंचे पत्रकारों को भी माहिलपुर पुलिस द्वारा कवरेज करने से रोका गया और माहिलपुर शहर में बनाई गई मार्केट कमेटी के सदस्यों ने पत्रकारों को धमकाया भी। ब्रॉड प्रोटेक्टर प्राइवेट लिमिटेड चंडीगढ़ की टीम ने पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर माहिलपुर थाने की पुलिस के साथ मिलकर फ्लोरा स्पोर्ट्स की दुकान पर छापेमारी की। जिस दौरान टीम ने फ्लोरा स्पोर्ट्स की दुकान से भारी मात्रा में नकली फुटबॉल और बैडमिंटन रैकेट बरामद किए। मौके पर मौजूद माहिलपुर पुलिस की मदद से टीम ने सारा नकली सामान बोरियों में भरकर माहिलपुर थाने ले आई।
जिस दौरान माहिलपुर शहर के कमेटी सदस्यों ने थाने का घेराव कर छापा मारने आई टीम को धमकाते हुए कहा कि अगर हमारे दुकानदार भाई पर केस हुआ तो थाने के आगे धरना लगाएंगे। इस पर ध्यान न देते हुए चंडीगढ़ से आई टीम के फील्ड मैनेजर राजिंदर सिंह ने उचित कार्रवाई की तो मार्केट कमेटी के सदस्यों ने थाने के गेट के आगे सड़क जाम कर दी और पंजाब पुलिस व छापा मारने आई टीम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस मौके पर ब्रांड प्रोटेक्टर प्राइवेट लिमिटेड चंडीगढ़ से आई टीम और मार्केट कमेटी के सदस्यों के बीच काफी बहस भी हुई। इस मौके पर जब हमने ब्रांड प्रोटेक्टर प्राइवेट लिमिटेड चंडीगढ़ से आई टीम के फील्ड मैनेजर राजिंदर सिंह से बात की तो उन्होंने पत्रकारों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और कहा कि इस मामले में जो भी नकली माल पकड़ा गया है उसे मिलीभगत से थाने में ही डीजल डालकर आग लगाकर नष्ट कर दिया जाएगा।
इस संबंध में जब हमने माहिलपुर थाना प्रमुख रमन कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि छापेमारी करने आई टीम और दुकानदार के बीच राजीनामा हो गया है और उन्होंने अपने ही थाने में बड़ी और नामी कंपनियों के नकली ब्रांड के सामान, फुटबाल और बैडमिंटन रैकेट को आग लगा दी और टीम और पुलिस कर्मियों ने थाने के पिछले हिस्से में उसे जला दिया। पत्रकार को गुमराह करने के लिए पुलिस ने थाने प्रमुख से बात की। जब थाने के पीछे से आग की बड़ी-बड़ी लपटें निकलती दिखीं तो पत्रकारों ने टीम और पुलिस कर्मियों द्वारा पुलिस द्वारा जब्त किए गए खेल के सामान को डीजल डालकर आग लगाने का वीडियो अपने फोन में कवर कर लिया। बाद में जब माहिलपुर के थाना प्रमुख ने कॉपीराइट वाले सामान को आग लगाने का कारण पूछा तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और जल्दी से अपने थाने में बने पुलिस क्वार्टर में चले गए।
इस मामले को लेकर ब्रॉड प्रोटेक्टर प्राइवेट लिमिटेड चंडीगढ़ में छापेमारी करने आई टीम कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। जब इस मामले संबंधी कंपनी के फील्ड मैनेजर राजिंदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने पत्रकारों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और कहा कि इस मामले में बरामद सभी नकली खेल सामान को माहिलपुर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। जब इस मामले संबंधी बाद में माहिलपुर थाना प्रमुख से फोन पर बात की गई तो उन्होंने सोच समझकर जवाब देते हुए कहा कि छापेमारी करने वाली टीम और दुकानदार के बीच समझौता हो गया है और उनके द्वारा जब्त किए गए सभी नकली सामान, फुटबॉल और बैडमिंटन रैकेट और अन्य सामान को थाने में ही आग लगाकर नष्ट कर दिया गया है।
इस मामले को लेकर जब डीएसपी गढ़शंकर जसप्रीत सिंह से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि माहिलपुर थाना प्रमुख ने मामला हमारे ध्यान में लाकर कार्रवाई के लिए भेज दिया है और डीए की राय लेनी है और उन्हें बताना है कि ट्रेडमार्क की कार्रवाई करनी है या कॉपीराइट की कार्रवाई करनी है। जब मैं कंपनी के बाकी लोगों से बात करता हूं तो उनका क्या कहना है? और जब मैंने माहिलपुर थाना पुलिस द्वारा रात को सारा माल नष्ट करने के बारे में पूछा तो उनका कहना था कि मामला मेरे ध्यान में नहीं है।
इस मामले को लेकर कानून क्या कहता है:- जब पुलिस ने कंपनी की शिकायत पर ही कार्रवाई की है और पुलिस ने छापेमारी के दौरान नकली माल जब्त किया है। तो फिर नकली ब्रांड वाली बड़ी कंपनियों के माल का समझौता नहीं हो सकता। और पुलिस नकली माल को कोर्ट और सीनियर पुलिस अधिकारियों की इजाजत के बिना थाने में नष्ट नहीं कर सकती। बल्कि उसे कोर्ट या थाने में बने गोदाम में जमा कर देना चाहिए।
