कोहरे के मौसम में खुद को और दूसरों को बचाने की जरूरत- गुरिंदर सिंह तूर

नवांशहर: हर साल की तरह इस बार भी कोहरे का मौसम शुरू हो गया है, इसलिए हर वाहन चालक को स्वयं प्रेरित होकर ऐसा तरीका अपनाने की कोशिश करनी चाहिए, जिससे उसकी और दूसरों की जान बच सके, जिससे कीमती जानें बच सकें।

नवांशहर: हर साल की तरह इस बार भी कोहरे का मौसम शुरू हो गया है, इसलिए हर वाहन चालक को स्वयं प्रेरित होकर ऐसा तरीका अपनाने की कोशिश करनी चाहिए, जिससे उसकी और दूसरों की जान बच सके, जिससे कीमती जानें बच सकें। 
गुरिंदर सिंह तूर ने यह विचार रोड सेफ्टी अवेयरनेस सोसायटी की मीटिंग के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि साफ-सुथरी और गुणवत्तापूर्ण सड़कें वाहनों को तेज चलाने के लिए प्रेरित जरूर करती हैं, लेकिन मौसम के हिसाब से सावधानियां भी बहुत जरूरी हैं। 
उन्होंने कहा कि दुख की बात है कि रोपड़ से नवांशहर और फगवाड़ा तक 88 किलोमीटर लंबे बाईपास ने पांच सालों में 578 जानें लील ली हैं। कोहरे का मौसम और भी जानलेवा हो जाता है, इसलिए रोड सेफ्टी अवेयरनेस को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है, वाहनों को धीमी गति से चलाएं। अनाधिकृत, अप्रशिक्षित चालक वाहन न चलाएं। वाहनों की हेडलाइट, टेललाइट, फॉग लाइट रोजाना चेक करें। 
वाहन चलाते समय मोड़ते समय वाहन के इंडिकेटर का प्रयोग करने की आदत डालें। इंडिकेटर, ब्रेक, टायर, स्क्रीन वाइपर चेक करते रहें। हेडलाइट की फुल बीम का इस्तेमाल कम से कम करें। सड़कों के किनारे सफेद लाइन देखकर वाहन आसानी से चलाया जा सकता है। जिस गति से आप वाहन चला रहे हैं, अपने आगे वाले वाहन से उतने ही फुट की दूरी रखें। कोहरे में दूसरे वाहनों को ओवरटेक करना कम करें। अगर वाहन को सड़क पर पार्क करना है तो पार्किंग लाइट और इंडिकेटर चालू रखें।
 वाहन खराब होने पर कोन और फायर के साथ उचित दूरी पर लाइट जलाकर रखें। इस कार्य में शिक्षण और धार्मिक संस्थाएं बहुमूल्य योगदान दे सकती हैं। सोसायटी ट्रैफिक पुलिस का भी सहयोग लेगी। बैठक में जागरूकता के लिए विशेष पैम्फलेट छपवाने का निर्णय लिया गया। शिक्षण संस्थाओं में ‘रोड सेफ्टी क्लब’ की स्थापना में तेजी लाई जाएगी। इस अवसर पर अध्यक्ष स. गुरिंदर सिंह तूर, सचिव जे.एस. गिद्दा, कोषाध्यक्ष श्री नरिंदरपाल तूर, सलाहकार स. दिलबाग सिंह और स. हरिंदर सिंह जी मौजूद थे।