
रेहड़ियों, ठेलों पर बेची जा रही हैं खाने-पीने की घटिया चीजें
एसएएस नगर, 21 नवंबर: मोहाली शहर में रेहड़ियों और ठेलों वालों ने अपना पूरा जाल फैला रखा है और शहर की हर मार्केट में बड़ी संख्या में रेहड़ियां और ठेले सारा दिन खड़े रहते हैं। इनकी संख्या शाम ढलते और बढ़ जाती है।
एसएएस नगर, 21 नवंबर: मोहाली शहर में रेहड़ियों और ठेलों वालों ने अपना पूरा जाल फैला रखा है और शहर की हर मार्केट में बड़ी संख्या में रेहड़ियां और ठेले सारा दिन खड़े रहते हैं। इनकी संख्या शाम ढलते और बढ़ जाती है।
इन रेहड़ियों और ठेलों में से अधिकतर पर खाने-पीने का घटिया सामान बेचा जाता है। लेकिन सस्ते के लालच में बड़ी संख्या में लोग इन रेहड़ियों और ठेलों के ग्राहक बन जाते हैं।
हालात यह हैं कि चिकन पकौड़ा, अंडे, मछली और अन्य मांसाहारी सामान बेचने वाली रेहड़ियों और ठेलों पर खास ग्राहकों को गिलास भी उपलब्ध करवाए जाते हैं। ये रेहड़ियां और ठेले एक तरह से अवैध अड्डों का रूप ले चुके हैं। खाने-पीने का सामान बेचने वाले इन ठेलों और रेहड़ियों के मालिकों ने अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए पार्किंग में या सड़कों पर कुर्सियां और बेंच भी रखी होती हैं, जहां अक्सर लोग आराम से बैठकर इन ठेलों और रेहड़ियों से सामान खरीदकर खाते हैं।
इन रेहड़ियों और ठेलों का नेटवर्क इतना मजबूत होता है कि नगर निगम मोहाली की अवैध कब्जा हटाओ टीम जब भी कार्रवाई के लिए कार्यालय से निकलती है, तो इन रेहड़ियों और ठेलों वालों को इसकी तुरंत सूचना मिल जाती है। बड़ी संख्या में रेहड़ी और ठेला वाले निगम की टीम के आने से पहले अपना सामान समेट कर गायब हो जाते हैं और टीम के जाने के बाद फिर पहले की तरह लग जाते हैं।
खाने-पीने का सामान बेचने वाली इन रेहड़ियों और ठेलों में से अधिकतर घटिया सामान बिकता है। हैरानी की बात यह है कि आम लोग इस बात को अच्छी तरह जानते और समझते भी हैं, लेकिन सस्ते के लालच में इनके ग्राहक बन जाते हैं। क्योंकि इन रेहड़ियों और ठेलों पर बेचा जा रहा सामान दुकानों पर बिकने वाले सामान से कुछ सस्ता होता है। लोग इनसे खरीदकर कई तरह की बीमारियों का शिकार हो जाते हैं।
संबंधित विभाग की ओर से भले ही कभी-कभार खाने-पीने का सामान बेचने वाली दुकानों की जांच की जाती हो, लेकिन रेहड़ियों और ठेलों पर बिकने वाले सामान की जांच करने में विभाग के अधिकारी लापरवाह बने रहते हैं। इनमें से अधिकतर रेहड़ी और ठेला वाले दिन ढलने के बाद अपनी रेहड़ियां और ठेले लगाते हैं, जब सरकारी दफ्तर बंद हो जाते हैं और यह विभागीय कार्रवाई से बच जाते हैं।
इस संबंध में समाजसेवी नेता करण जौहर ने मांग की है कि जहां-जहां खाने-पीने का घटिया सामान बेचने वाली रेहड़ियां और ठेले हैं, उनकी गुणवत्ता की जांच का प्रबंध किया जाए और घटिया सामान बेचने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए, ताकि लोग सस्ते के लालच में इन ठेलों और रेहड़ियों से बिकने वाला घटिया सामान खाकर बीमार न हों।
