
जिला भाषा कार्यालय द्वारा 'मातृभाषा पंजाबी की वर्तमान स्थिति' विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
नवांशहर: भाषा विभाग, पंजाब द्वारा मनाए जा रहे पंजाबी माह कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत कार्यालय जिला भाषा अधिकारी; शहीद भगत सिंह नगर द्वारा आज प्रकाश मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल नवांशहर में 'मातृभाषा पंजाबी की वर्तमान स्थिति' विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. केवल राम और प्रख्यात कथाकार अजमेर सिद्धु उपस्थित थे। इस गोष्ठी की अध्यक्षता महेंद्र सिंह दुसांझ ने की.
नवांशहर: भाषा विभाग, पंजाब द्वारा मनाए जा रहे पंजाबी माह कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत कार्यालय जिला भाषा अधिकारी; शहीद भगत सिंह नगर द्वारा आज प्रकाश मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल नवांशहर में 'मातृभाषा पंजाबी की वर्तमान स्थिति' विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. केवल राम और प्रख्यात कथाकार अजमेर सिद्धु उपस्थित थे। इस गोष्ठी की अध्यक्षता महेंद्र सिंह दुसांझ ने की.
गोष्ठी की शुरुआत विद्यालय के प्रधानाचार्य सुखराज सिंह झंड ने अतिथियों एवं दर्शकों का स्वागत करते हुए की। इस अवसर पर उन्होंने भाषा विभाग, पंजाब द्वारा पंजाबी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए की जा रही विभिन्न गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने ऐसे आयोजनों को विद्यार्थियों के लिए वरदान बताया। समारोह की शुरुआत स्कूल की छात्रा खुशी अरमान ने शबद गायन से की। इसके बाद स्कूल की तीन छात्राओं गगनदीप कौर, जानिया सिंह और हरप्रीत कौर ने मातृभाषा पंजाबी की वर्तमान स्थिति पर पर्चे पढ़े।
इस मौके पर बोलते हुए डॉ. केवल राम ने पंजाबी भाषा को लेकर अब तक बने भाषा अधिनियमों के बारे में विस्तार से बताया और इसके सही व सटीक आंकड़े भी पेश किये। इसी क्रम में बोलते हुए अजमेर सिद्धू ने मातृभाषा पंजाबी के सामने आने वाली चुनौतियों को भी स्पष्ट किया और यह भी स्पष्ट किया कि जब तक मातृभाषा पंजाबी को रोजगार की भाषा नहीं बनाया जाएगा, तब तक इसके क्रियान्वयन में समाज का पूरा सहयोग नहीं मिल सकता। महिंदर सिंह दुसांझ ने अपने अध्यक्षीय भाषण में दर्शकों को अपने जीवन के अनुभव से अवगत कराया। उन्होंने वक्ताओं द्वारा प्रस्तुत विचारों की विशिष्टता की सराहना की और समाज को मातृभाषा पंजाबी की समृद्ध पृष्ठभूमि और गौरवशाली विरासत से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
अंत में भाषा विभाग, पंजाब से जिला भाषा अधिकारी हरकीरत सिंह द्वारा अतिथियों और दर्शकों का धन्यवाद किया गया। इस अवसर पर उन्होंने मातृभाषा पंजाबी के महत्व के बारे में बात करते हुए भाषा विभाग पंजाब द्वारा पंजाबी भाषा और साहित्य को लेकर की जा रही गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विद्यालय स्टाफ, विद्यार्थी एवं क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान भाषा विभाग ने एक पुस्तक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया और वक्ताओं को सम्मानित किया।
