
पंजाब विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग ने डॉ. जगदीश प्रसाद सेमवाल के साथ दिवाली समारोह का आयोजन किया
Chandigarh October 25, 2024: आज पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के संस्कृत विभाग में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. जगदीश प्रसाद सेमवाल रहे | वैदिक मन्त्रों के साथ दीप जलाकर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया |
Chandigarh October 25, 2024: आज पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के संस्कृत विभाग में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. जगदीश प्रसाद सेमवाल रहे | वैदिक मन्त्रों के साथ दीप जलाकर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया |
विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर वी के अलंकार ने आए हुए अतिथि प्रोफेसर जगदीश प्रसाद सेमवाल का स्वरचित महाकाव्य हंसमानसनम् एवं स्मृति चिन्ह द्वारा स्वागत सत्कार किया | इस अवसर पर विभाग के अध्यापक डॉ. सुनीता , डॉ. तोमीर शर्मा, डॉ विक्रम एवं डॉ. विजय भारद्वाज उपस्थित रहे।
आए हुए मुख्य अतिथि प्रो. जगदीश प्रसाद सेमवाल ने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि यह दीपावली का त्यौहार आज से ही नहीं प्राचीन काल से हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह संपूर्ण भारतीयों का पर्व है और यह पर्व केवल रामायण महाभारत काल से ही नहीं अपितु वैदिक काल मनाया जाता आ रहा है, इस दिन हम लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें सदैव राम की तरह आचरण करना चाहिए। हमें रावण की तरह आचरण नहीं करना चाहिए | हमें राम की तरह मर्यादा पुरुषोत्तम रहना चाहिए | अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए।
इस अवसर पर रंगोली, काव्य पाठ एवं हस्तकला इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में सभी छात्रों ने भाग लिया, जहां रंगोली में खुशी-दिव्यम ने प्रथम स्थान; चारु, अंशु व मुस्कान ने द्वितीय स्थान सुप्रिया; प्राची ने तृतीय स्थान प्राप्त किया |
काव्य पाठ प्रतियोगिता में अभिनव ने प्रथम स्थान, दिव्यम ने द्वितीय स्थान तथा प्राची ने तृतीय स्थान प्राप्त किया |
हस्तकला प्रतियोगिता में सुप्रिया ने प्रथम स्थान, खुशी ने द्वितीय स्थान, सपना ने तृतीय स्थान तथा मुस्कान ने सान्त्वना पुरस्कार प्राप्त किया |
विभागाध्यक्ष महोदय प्रो. अलंकार ने कहा कि आज का यह दीपावली का दयानन्द निर्माण दिवस के रूप में भी मनाया जाता है इसीलिए हम आज के दिन यह प्रतिज्ञा करें कि हम सदैव अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे तथा कठोर परिश्रम के साथ अपने राष्ट्र को परम वैभव तक लेकर जाएंगे | आए हुए अतिथियों महानुभावों का विभागाध्यक्ष महोदय प्रो. अलंकार ने धन्यवाद किया | संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन डॉ. विजय भारद्वाज ने किया |
