प्रशासन ने ब्रह्माकुमारीज के साथ मिलकर दिया नशे के खिलाफ जागरूकता का संदेश

साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 20 अक्टूबर, 2024: जिला प्रशासन मोहाली सरस मेले में प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा बहु-सांस्कृतिक प्रदर्शन और संगीत संध्याओं के साथ-साथ दैनिक आधार पर सामाजिक जिम्मेदारियों से भरी गतिविधियों का आयोजन कर रहा है।

साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 20 अक्टूबर, 2024: जिला प्रशासन मोहाली सरस मेले में प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा बहु-सांस्कृतिक प्रदर्शन और संगीत संध्याओं के साथ-साथ दैनिक आधार पर सामाजिक जिम्मेदारियों से भरी गतिविधियों का आयोजन कर रहा है।
आज ब्रह्माकुमारीज के स्थानीय आश्रम के सहयोग से नशे के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए मंच पर नशे के खिलाफ नाटक खेला गया और ब्रह्माकुमारीज ने आध्यात्मिकता के माध्यम से सामाजिक बुराइयों को दूर करने का संदेश दिया। बाद में मेले में जागरूकता रैली निकालकर नशे व सामाजिक बुराइयों से दूर रहने का संदेश भी दिया गया।
रविवार होने के कारण आज मेले में सामान्य से अधिक लोग दिखे और लोगों ने मेले में शिल्प एवं हस्तशिल्प की अच्छी खरीदारी की। मेले में लकड़ी की नक्काशी, बारीक मीनाकारी और नक्काशीदार पत्थर की मूर्तियाँ और लेख, कढ़ाई वाली फुलकारी और जूते, अचार और कश्मीर के विशिष्ट स्वाद के साथ काहवे ने धूम मचाई हुई है।
पांच पीढ़ियों से राजस्थानी जूते बनाने का काम कर रहे जोधपुर के महेश कुमार ट्राईसिटीवासियों की पहली पसंद बन गए हैं। महेश कुमार के दादा मिश्री लाल और पिता फहू लाल जोधपुर के जतराण गांव के रहने वाले हैं और बकरी और ऊंट की खाल से हाथ से बने जूते बनाते हैं। महेश कुमार के साथ उनके चाचा मांगी लाल भी जूते का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थानी देसी जूतियां, खुस्सा और नागरा शैली की महिलाओं और बच्चों तथा पुरुषों की जूतियां बनाई जाती हैं, जिन्हें कभी जोधपुर के महाराजा परिवार के लोग पहनते थे। महेश कुमार के तीन फुट लंबे महीन कढ़ाई वाले जूते को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए भी चुना गया था।