जिला प्रशासन कृषि विभाग के माध्यम से जिले के किसानों तक पहुंच गया है

पटियाला, 2 अक्टूबर - डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव के नेतृत्व में पूरा जिला प्रशासन 2 लाख 32 हजार हेक्टेयर से पैदा होने वाली 13.70 लाख मीट्रिक टन पराली के प्रबंधन के लिए किसानों तक पहुंच बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। वहीं कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से जिले के हर किसान से संपर्क किया जा रहा है.

पटियाला, 2 अक्टूबर - डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव के नेतृत्व में पूरा जिला प्रशासन 2 लाख 32 हजार हेक्टेयर से पैदा होने वाली 13.70 लाख मीट्रिक टन पराली के प्रबंधन के लिए किसानों तक पहुंच बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। वहीं कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से जिले के हर किसान से संपर्क किया जा रहा है.
पराली प्रबंधन को लेकर किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए उपायुक्त ने कहा कि पिछले दो माह से कृषि विभाग के माध्यम से किसानों से संपर्क किया जा रहा है. जिसके तहत किसानों को पराली प्रबंधन तकनीक और किसानों के सवालों के जवाब उपलब्ध कराने के लिए जिले भर में 242 ग्राम स्तरीय और 16 ब्लॉक स्तरीय शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। वहीं किसानों को इन सीटू और एक्स सीटू पद्धति से पराली प्रबंधन के लिए प्रेरित किया जा रहा है जिसे किसानों ने खूब सराहा है.
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए मुख्य कृषि अधिकारी जसविंदर सिंह ने बताया कि जागरूकता शिविर के अलावा जिले के प्रत्येक गांव में तीन मोबाइल वैन भी जा रही हैं। जो नवीनतम तकनीकों सहित लगभग 1 लाख साहित्य वितरित कर रहे हैं ताकि हर किसान को पराली प्रबंधन की पूरी जानकारी हो. इसके अलावा नुक्कड़ नाटक और आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
उपायुक्त डॉ. प्रीति यादव ने जिले के किसानों से अपील करते हुए कहा कि पराली प्रबंधन के लिए बेलर, चॉपर, सुपर सीडर, सरफेस सीडर सहित पर्याप्त मशीनरी उपलब्ध है। जिसका उपयोग कर किसान आसानी से अपने खेत के कचरे का निस्तारण कर सकते हैं।