"शिक्षकों को सशक्त बनाना: सीबीएसई और आईएसटीएम प्रशिक्षकों के गतिशील प्रशिक्षण (टीओटी) कार्यक्रम का नेतृत्व करते हैं”

पटियाला, 27 जनवरी- चेयरमैन प्रोफेसर (डॉ.) आदर्श पाल विग ने पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य कार्यालय में गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय तिरंगा फहराया। इस अवसर पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए क्षेत्रीय कार्यालय और मुख्य कार्यालय द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे विभिन्न जागरूकता अभियानों "प्लास्टिक को न कहें" के तहत पराली जलाने की समस्या से निजात पाने के लिए इसके व्यावसायिक उपयोग से पुन: उपयोग, पुनर्चक्रण, पराली छर्रों से बनी इंटरलॉक प्लास्टिक टाइलों की प्रदर्शनी, चाइना डोर, कपड़े और जूट के थैलों पर पूर्ण प्रतिबंध के बारे में जागरूकता सामग्री के अलावा विभिन्न पैम्फलेट आदि का आयोजन किया गया।

पटियाला, 27 जनवरी- चेयरमैन प्रोफेसर (डॉ.) आदर्श पाल विग ने पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य कार्यालय में गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय तिरंगा फहराया। इस अवसर पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए क्षेत्रीय कार्यालय और मुख्य कार्यालय द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे विभिन्न जागरूकता अभियानों "प्लास्टिक को न कहें" के तहत पराली जलाने की समस्या से निजात पाने के लिए इसके व्यावसायिक उपयोग से पुन: उपयोग, पुनर्चक्रण, पराली छर्रों से बनी इंटरलॉक प्लास्टिक टाइलों की प्रदर्शनी, चाइना डोर, कपड़े और जूट के थैलों पर पूर्ण प्रतिबंध के बारे में जागरूकता सामग्री के अलावा विभिन्न पैम्फलेट आदि का आयोजन किया गया।
 बोर्ड के मुख्य पर्यावरण इंजीनियर-(डॉ.) लवनीत दुबे, मुख्य पर्यावरण इंजीनियर-राकेश नैयर, वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर (डॉ.) राजीव गुप्ता, वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर-प्रवीण सलूजा भी मौजूद रहे। चेयरमैन ने बच्चों की पुस्तक "पर्यावरण संरक्षण सोहन्या" का विमोचन भी किया। शहीद मदन लाल ढींगरा और श्री सावरकर जी के जीवन पर एक नाटक भी खेला गया। डॉ. विग ने अपने संदेश में स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हुए गणतंत्र दिवस की महानता, देश के सभी नागरिकों के लिए न्याय और समानता का महान उपहार और इसे संरक्षित करने में हमारी जिम्मेदारी और भूमिका के बारे में विस्तार से बताया।
 अपने बहुआयामी पर्यावरण संदेश में उन्होंने सभी को "पर्यावरण कार सेवा" में अधिक से अधिक योगदान देने का संदेश दिया। वरिष्ठ कानूनी अधिकारी अमरीक सिंह ने संविधान की संरचना, इसके कार्यान्वयन, इसकी विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने पर्यावरण कानूनों के बारे में भी बताया। 
इस अवसर पर सचिव हरमेश सिंह, पर्यावरण इंजीनियर नवतेश सिंगला, पर्यावरण इंजीनियर रोहित सिंगला, अमरजीत जौली निजी सहायक, अनिल कुमार, एसीएफए, अवतार सिंह, वैज्ञानिक अधिकारी, जेनेटिक वैज्ञानिक अधिकारी, माधो राही-प्रोग्रामर पीआर, राजिंदर सिद्धू, सुरेश मौदगिल और अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।