प्रिंसिपल संत राम विरदी अपनी शिक्षा और सामाजिक चेतना के लिए हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे

नवांशहर/बंगा - शिक्षा और सामाजिक चेतना के क्षेत्र को समर्पित प्रिंसिपल संत राम विरदी को दुनिया से विदा हुए 5 साल हो गए यह एक पहेली सी लगती है। उनकी यादों को भुला पाना बहुत मुश्किल लगता है. वे दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे. प्रिंसिपल संत राम विरदी जी का जन्म 15 अक्टूबर 1955 को पिता चन्नन राम के घर माता गुरु देवी की कोख से हुआ। 13 साल की उम्र में उनके पिता की मृत्यु हो गई।

नवांशहर/बंगा - शिक्षा और सामाजिक चेतना के क्षेत्र को समर्पित प्रिंसिपल संत राम विरदी को दुनिया से विदा हुए 5 साल हो गए यह एक पहेली सी लगती है। उनकी यादों को भुला पाना बहुत मुश्किल लगता है. वे दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे. प्रिंसिपल संत राम विरदी जी का जन्म 15 अक्टूबर 1955 को पिता चन्नन राम के घर माता गुरु देवी की कोख से हुआ। 13 साल की उम्र में उनके पिता की मृत्यु हो गई।
कम उम्र में ही उन पर पारिवारिक जिम्मेदारियों का बोझ आ गया। कड़ी मेहनत करके उन्होंने एमए, एमएड की योग्यता हासिल की। उन्होंने सरकारी मिडिल स्कूल बखलौर, गवर्नमेंट मिडिल स्कूल गुनाचूर, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल गोबिंदपुर से लेक्चरर के रूप में मास्टर के रूप में, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोट फतूही, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल चक बिलगा में शिक्षण सेवाएं देते हुए 2012 में बाबा गोला सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बंगा से प्रिंसिपल के रूप में उन्हें बेदाग सेवानिवृत्ति मिली।
सेवानिवृत्त प्रिंसिपल संत राम विरदी ने इंग्लैंड और अमेरिका का भी दौरा किया। इसके साथ ही अपने सौहार्दपूर्ण स्वभाव के कारण उन्होंने आम समाज एवं मित्रों से अंत तक निकटता बनाये रखी। 7 सितंबर 2019 को उनका निधन हो गया। उनकी सोच के अनुरूप 7 सितंबर 2024 को उनकी पांचवीं वर्षगांठ को सामाजिक चेतना को समर्पित करते हुए भीमराव कॉलोनी (कम्युनिटी पैलेस) बंगा के पास श्री गुरु रविदास महाराज जी के मंदिर (गुरुद्वारा) में एक चेतना समारोह के माध्यम से उन्हें याद किया जा रहा है। जिसमें सामाजिक एवं शिक्षा क्षेत्र से संबंधित अपनी सोच को समर्पित वक्ता अपने विचार रखेंगे तथा प्रख्यात मिशनरी कलाकार हरनाम सिंह बहलपुरी अपना मिशनरी कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
 इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में रचनात्मक भूमिका निभाने वाली शख्सियतों को प्रिंसिपल संत राम विरदी मेमोरियल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जाएगा। इन हस्तियों में प्रिंसिपल जगदीश रॉय सेवानिवृत्त शिक्षा अधिकारी, डॉ. कश्मीर चंद प्रबंध निदेशक एमजे लाइफ केयर हॉस्पिटल बंगा, कश्मीरी लाल झाली सेवानिवृत्त अधीक्षक सत्र न्यायालय, डॉ. बख्शीश सिंह प्रबंध निदेशक करण हॉस्पिटल बंगा और एडवोकेट कुलदीप भट्टी अध्यक्ष डॉ. अंबेडकर बौद्ध रिसोर्स सेंटर शामिल हैं.